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जानें इस नटवरलाल की कारगुजारी, छह खातों से दनादन किए 50 लाख ट्रांजेक्शन

Cyber Crime in Ranchi. रांची पुलिस ने देवघर से एक बड़े साइबर अपराधी को पकड़ा है। वह देवघर के सोनारायढारी का रहने वाला है। एचडीएफसी के उसके खाते में 15 लाख रुपये जमा हैं।

By Alok ShahiEdited By: Published: Sun, 07 Apr 2019 10:34 AM (IST)Updated: Sun, 07 Apr 2019 11:47 AM (IST)
जानें इस नटवरलाल की कारगुजारी, छह खातों से दनादन किए 50 लाख ट्रांजेक्शन
जानें इस नटवरलाल की कारगुजारी, छह खातों से दनादन किए 50 लाख ट्रांजेक्शन

रांची, राज्य ब्यूरो। पंडरा ओपी में दर्ज साइबर क्राइम के एक मामले में रांची पुलिस ने देवघर पुलिस के सहयोग से एक बड़े साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अपराधी मुनाजीर अंसारी है, जो देवघर जिले के सोनारायढारी थाना क्षेत्र के खिजुरिया का रहने वाला है। अब तक उसने दर्जनभर से अधिक लोगों के खाते से अपने छह खातों में रुपये स्थानांतरित किए और 50 लाख रुपये का ट्रांजेक्शन कर चुका है।

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उसे तब गिरफ्तार किया गया, जब वह देवघर के आइडीबीआइ बैंक में ट्रांजेक्शन के लिए गया था। रांची पुलिस पहले से ही उसकी ताक में थी। वह 15 लाख रुपये का ट्रांजेक्शन कर चुका था। इसके बाद और ट्रांजेक्शन करने ही वाला था कि पकड़ा गया। पुलिस ने उसके पास से दो एटीएम, दो मोबाइल, संबंधित खाते के चेक बुक, पास बुक, अन्य बैंकों के पासबुक आदि की बरामदगी की है। अब रांची पुलिस उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। 

पंडरा ओपी के एक व्यवसायी के खाते से भी उड़ा चुका है एक लाख रुपये
रांची के पंडरा ओपी क्षेत्र के एक व्यवसायी के खाते से मुनाजीर एक लाख रुपये निकाल चुका है। 19 दिसंबर 2018 को पंडरा ओपी में बनहोरा निवासी शशि भूषण तिर्की ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया था कि आरोपित ने उनके मोबाइल पर कॉल कर क्लब फैक्ट्री से ऑनलाइन मार्केटिंग के माध्यम से फर्जीवाड़ा किया था। इसी तरह बैंक ऑफ इंडिया की पंडरा शाखा से एक बार में 50 हजार तथा दूसरी बार में 49 हजार 999 रुपये की निकासी कर ली थी।

इस मामले की जांच साइबर सेल की मदद से की जा रही थी। जांच में पता चला कि जिस खाते में रुपयों का ट्रांजेक्शन हुआ है, वह मुनाजिर अली के नाम से है। मुनाजिर ने पुन: उस रुपये को अपने एचडीएफसी के खाते में ट्रांसफर किया और एटीएम से निकाल लिया। तकनीकी सेल से उसका लोकेशन निकाला गया, जिसके बाद उसकी गिरफ्तारी हुई। 

यूपीआइ हैक कर निकालता रहा है रुपये
प्रारंभिक पूछताछ में उसने स्वीकारा है कि वह यूपीआइ को हैक कर भी लोगों के खाते से रुपये निकालता रहा है।


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