खादी के उत्पाद अब अमेजन पर भी होंगे उपलब्ध
चार सालों में देश में बंद खादी की 700 संस्थाओं में से 475 को नए सिरे से किया गया खड़ा।
जागरण संवाददाता, रांची : राष्ट्रीय खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष विनय सक्सेना ने कहा है कि खादी के कपड़े और दूसरे उत्पाद अब अमेजन डॉट कॉम पर भी बिक उपलब्ध होंगे। इस संबंध में बोर्ड की बातचीत अमेजन से चल रही है। प्रयास है कि जल्द ही अनुबंध हो जाएगा।
वे रविवार को राज्य खादी बोर्ड कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने बताया कि 2014 के बाद से खादी के क्षेत्र में तेजी से विकास हुआ है। विकास दर भी बढ़ी है। पहले जहा चार प्रतिशत की आमदनी होती थी, अब वह बढ़कर करीब 32 फीसदी तक हो गई है। कई बड़ी-बड़ी कंपनिया खादी के प्रोडक्ट खरीद रही हैं। रेमंड, बिड़ला और अब अरुण मिल से भी अनुबंध होने जा रहा है। चार सालों में देश में बंद खादी की 700 संस्थाओं में से 475 को नए सिरे से खड़ा किया गया है। इसमें 1947 में स्थापित बनारस की सेवापुरी न्यास और मैसूर की 1926 में दलित महिलाओं द्वारा गठित संस्था भी शामिल है। खाद बोर्ड के माध्यम से करीब 14 लाख लोगों को देश में रोजगार मिला है। दो लाख इकाई कौशल प्रशिक्षण की लगाई जाने वाली हैं।
उन्होंने झारखंड खादी बोर्ड की प्रशसा करते हुए कहा कि वह दूसरे राज्यों के बोर्ड प्रतिनिधियों को यहा आकर काम-धाम देखने को कहेंगे। उन्होंने बताया कि मधुमक्खी पालन के लिए ग्रामीणों को बी बॉक्स बाटे जा रहे हैं। सात माह में 22000 बॉक्स अबतक बाटे जा चुके हैं। एक लाख 30000 बॉक्स देशभर में बाटे जाने हैं। झारखंड बोर्ड को जितनी जरूरत होगी, उसे दिया जाएगा। इसके पूर्व बोर्ड के अध्यक्ष संजय सेठ ने उनका स्वागत किया। अंगवस्त्र प्रदान किया।