हृदय रोग से बचाव के लिए जंक फूड से रहें दूर
दुर्गापुर मिशन हॉस्पिटल के कार्डियक सर्जन डॉ. सत्यजीत ने दी सलाह।
जागरण संवाददाता, रांची : दुर्गापुर के मिशन अस्पताल से आए कार्डियक सर्जन डॉ. सत्यजीत बोस ने शनिवार को देसी खाद्य पदार्थो को अपनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जिसे खाकर आप बड़े हुए हैं, उसे ही अपनाएं। क्योंकि शरीर को उसी खाने की आदत हो जाती है। व्यायाम, योग और प्राणायाम तो अवश्य ही करें। अपनी दैनिक जीवनशैली में बदलाव करें और जंक फूड से दूर रहें।
झारखंड की आम जनता को हार्ट अटैक और हृदय की बीमारियों से बचाव और उसके लक्षण एवं प्राथमिक उपचार की जानकारी देने के लिए फेडरेशन ऑफ झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज में वे प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि झारखंड सरकार से यहा 500 बेड के हॉर्ट के अस्पताल बनाने के संबंध में वार्ता हुई थी। लेकिन इस पर अब तक कोई पहल नहीं की गई है। उन्होंने बताया कि अभी हमारे दुर्गापुर के मिशन अस्पताल में झारखंड से आए मरीजों की बाइपास सर्जरी बीपीएल वर्ग के लोगों के लिए एक लाख 90 हजार में की जाती है।
उन्होंने हार्ट अटैक के लक्षण भी बताए। कहा, जरूरी नहीं है कि दर्द सीने के बाईं तरफ हो, बल्कि हार्ट अटैक का दर्द छाती के बीचों बीच होता है एवं ऐसा महसूस होता है कि छाती के अंदर कुछ निचोड़ा जा रहा है। साथ ही बुरी तरह पसीना आता है, जिससे व्यक्ति का कपड़ा भी गीला हो जाता है। जिन्हें डायबटीज होता है, उन्हें हार्ट अटैक का लक्षण गैस की भांति होता है और उनकी मौत नींद में सोए हुए ही हो जाती है।
उन्होंने बताया कि हार्ट अटैक आने पर आधे ग्लास पानी में दो गोली डिस्प्रिन घोल कर तुरंत पिलाना चाहिए और पेन 40 की एक गोली लेनी चाहिए। आपके शहर में किस हॉस्पिटल में कैथलैब है, इसकी जानकारी जरूर रखें। दो घटे के भीतर अगर कैथलैब वाले अस्पताल में मरीज पहुंच जाए, तो उसे बचाया जा सकता है।
प्रेस वार्ता में फेडरेशन चैंबर की ओर से सह सचिव अश्रि्वनी राजगढि़या,कार्यकारिणी सदस्य पंकज पोद्दार, शशाक भारद्वाज, अमित शर्मा, दीपेश निराला सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।