Jharkhand Weather Update: झारखंड में आज से तीन दिनों तक होगी बारिश; जानें अपने शहर का हाल
Jharkhand Weather Update राज्य के कुछ हिस्सों में गरज के साथ वज्रपात होने की भी संभावना है। राजधानी की सुबह घने कोहरे में लिपटी रही इस दौरान सड़कों पर इक्के-दुक्के लोग नजर आए।
रांची, जासं। मौसम एक बार फिर करवट बदलने वाला है। लगभग एक सप्ताह बाद राजधानी रांची समेत राज्य के कई हिस्सों में बादल छाएंगे। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार कई जिलों में शनिवार तथा रविवार को गरज के साथ बारिश हो सकती है। 21 जनवरी को भी आंशिक बादल छाए रहने तथा बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के निदेशक डा. एसडी कोटाल के अनुसार 18-19 जनवरी को राज्य के कुछ स्थानों पर गरज के साथ वज्रपात होने की भी संभावना है। आगामी दो दिनों तक सुबह के समय एक-दो स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे का कोहरा रहेगा। आगामी तीन दिनों तक रात के तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।
उन्होंने बताया कि शुक्रवार को रांची व जमशेदपुर के अधिकतम तापमान में 4.0 व न्यूनतम तापमान में 2.0 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि डालटनगंज के अधिकतम तापमान में 3.0 व न्यूनतम तापमान में 5.0 डिग्री सेन्ल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई है। फिलहाल पूर्वी मध्य प्रदेश व आसपास के क्षेत्रों में समुद्रतल से ऊपर 0.9 किमी. क्षेत्र में साइक्लोनिक सर्कुलेशन प्रभावी है। इस सिस्टम से जुड़ा टर्फ उत्तरी छत्तीसगढ़ तक समुद्रतल से ऊपर 0.9 किमी. क्षेत्र में स्थित है।
डा. कोटाल के अनुसार पश्चिमी उत्तर प्रदेश व आसपास के क्षेत्रों में भी समुद्रतल से ऊपर 1.5 व 3.6 किमी. के बीच एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन स्थित है। इस सिस्टम के साथ जुड़ा एक टर्फ दक्षिणी गुजरात क्षेत्र से पश्चिमी मध्य प्रदेश तक समुद्रतल से ऊपर 1.5 किमी. क्षेत्र में स्थित है। इधर, 20 जनवरी से एक नया पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयन क्षेत्र को प्रभावित करेगा।
चतरा में ठंड से महिला की मौत
चतरा के बोधाडीह पंचायत मुख्यालय निवासी भुजा भारती की पत्नी कलावती देवी (58) की ठंड लगने से मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि मंगलवार की शाम कलावती को ठंड लग गई थी। बुधवार को ग्रामीण चिकित्सक से उसकी चिकित्सा कराई गई, परंतु उसके स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ। बीती रात उसकी मौत हो गई। हालांकि आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं हुई है। बताते चलें कि कुंदा स्वास्थ्य केंद्र में कोई भी चिकित्सक पदस्थापित नहीं है।