DVC से महंगी बिजली खरीदने का प्रस्ताव वापस, विद्युत आयोग ने दिया यह विकल्प
Jharkhand State Electricity Regulatory Commission कोडरमा थर्मल पावर स्टेशन से 25 वर्षों तक 600 मेगावाट बिजली खरीदने की अनुमति मांगी गई थी। बताया गया कि अगले कुछ महीनों-वर्षों में दो नई इकाइयों से उत्पादित बिजली सवा तीन से साढ़े तीन रुपये प्रति यूनिट की दर पर उपलब्ध होगी।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग ने बिजली वितरण निगम के उस प्रस्ताव को वापस कर दिया है, जिसमें डीवीसी के कोडरमा थर्मल पावर स्टेशन से करीब पांच रुपये प्रति यूनिट की दर से 25 वर्षों तक 600 मेगावाट बिजली खरीदने के लिए समझौते की अनुमति मांगी गई थी। आयोग ने दो बिंदुओं पर आपत्ति जताई है। लगभग पांच रुपये प्रति यूनिट की दर पर बिजली खरीदने और 25 वर्षों के लिए करार के प्रस्ताव को आयोग ने एकतरफा और डीवीसी के पक्ष में माना है।
आयोग के मुताबिक अगले छह माह से दो वर्षों के भीतर राज्य में नई इकाइयों से बिजली का उत्पादन होने लगेगा। एनटीपीसी के नॉर्थ कर्णपुरा से अगले तीन से चार महीने में बिजली उत्पादन शुरू होना है। पतरातू थर्मल पावर प्लांट से बिजली का उत्पादन होने लगेगा। इन दोनों इकाइयों से उत्पादित बिजली सवा तीन से साढ़े तीन रुपये प्रति यूनिट की दर पर उपलब्ध होगी। ऐसे में डीवीसी से अधिक दर पर महंगी बिजली खरीदने के लिए 25 वर्षों का समझौता समझ से परे है। राज्य विद्युत नियामक आयोग ने प्रस्ताव के इन दो बिंदुओं को सुधार के साथ दोबारा प्रस्तुत करने को कहा है।