झारखंड में भी राहुल गांधी पर आई आंच का दिख रहा असर, राजेश ठाकुर ने कहा- सरकार को महंगा पड़ेगा यह फैसला
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद में सदस्यता खत्म होने के साथ ही कांग्रेसियों में आक्रोश की भावना है। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने लोकसभा से राहुल गांधी की सदस्यता रद्द किए जाने की घटना को ओछी हरकत करार दिया है।
राज्य ब्यूरो, रांची। 'मोदी सरनेम' पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद में सदस्यता शुक्रवार को रद्द कर दी गई। राहुल केरल की वायनाड लोकसभा सीट से सांसद थे। लोकसभा सचिवालय से पत्र जारी कर इसकी सूचना दी गई। इससे पहले गुरुवार को इस मानहानि केस में सूरत कोर्ट ने उन्हें दो साल की सजा सुनाई।
जानें क्या था मामला
मामला 2019 का है, जब कर्नाटक में एक सभा में उन्होंने मोदी सरनेम को लेकर बयान दिया था। इसमें उन्होंने नीरव मोदी, ललित मोदी और अन्य का नाम लेते हुए कहा था, "कैसे सभी चोरों का सरनेम मोदी है? कोर्ट का फैसला सुनाए जाने के बाद से ही राहुल गांधी को अयोग्य करार दिया जाता है। सूरत कोर्ट ने राहुल पर 15 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। इसी के साथ सजा को 30 दिन तक के लिए स्थगित भी किया है ताकि राहुल अपनी सजा के खिलाफ ऊपरी अदालत का दरवाजा खटखटा सके।
कांग्रेसियों में मची हलचल
राहुल की सदस्यता खत्म होने के साथ ही पूरे देश में कांग्रेसियों में हलचल मच गई है। इसी क्रम में झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने लोकसभा से राहुल गांधी की सदस्यता रद्द किए जाने की घटना को ओछी हरकत करार दिया है। उन्होंने इसके साथ ही कहा है कि केंद्र सरकार को यह फैसला महंगा पड़ने वाला है। उन्होंने कोर्ट के फैसले के बाद सदस्यता रद्द किए जाने के निर्णय को अचंभित करने वाला फैसला करार दिया है।
कांग्रेस नेता ने कार्रवाइ को मना निंदनीय
यह जो लोकसभा में कार्रवाई हुई है उसका तात्पर्य यही है कि भाजपा के लोग नहीं चाहते हैं कि राहुल गांधी बोलें। हम लोग सदन में नहीं सड़क पर अपनी बात रखेंगे। हिंडनवर्ग की रिपोर्ट जो आई है और अडाणी के जो घोटाले हैं उससे देश को कितना नुकसान हुआ है इसका खुलासा होना ही चाहिए। अभी जो कार्रवाई की गई है वह निंदनीय है। इससे अधिक ओछी हरकत भारतीय राजनीतिक इतिहास में कभी नहीं हुई। अब कांग्रेस पार्टी अपनी लड़ाई को लेकर सड़क पर उतरेगी।