Jharkhand News: नेता-अफसरों के खास प्रेम प्रकाश को नहीं मिली जमानत... जेल में ही मनाएगा दशहरा...
Jharkhand News झारखंड के नेता-अफसरों के बेहद खास सत्ता के गलियारे के करीबी प्रेम प्रकाश को ईडी कोर्ट से झटका लगा है। उसे शुक्रवार को जमानत नहीं मिली। अब अदालत उसकी जमानत याचिका पर 14 अक्टूबर को सुनवाई करेगी।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand News ईडी के विशेष न्यायाधीश पीके शर्मा की अदालत में 1000 करोड़ रुपये से अधिक के माइनिंग घोटाले की राशि को मनी लांड्रिंग के आरोपित नेताओं और नौकरशाहों का करीबी प्रेम प्रकाश उर्फ पीपी की जमानत याचिका पर सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता के वकील विक्रांत सिन्हा ने कहा कि प्रार्थी मामले में निर्दोष है। उनपर ऐसा कोई आरोप नहीं, जिसकी वजह से उसे जेल में रखा जाए।
बहस पूरी होने के बाद ईडी के वकील ने मामले में जवाब देने के लिए समय की मांग की। जिसे अदालत ने स्वीकार करते हुए मामले में सुनवाई के लिए 14 अक्टूबर की तिथि निर्धारित की है। प्रेम प्रकाश की ओर से याचिका दाखिल कर जमानत दिए जाने की गुहार लगाई गई है। अवैध माइनिंग से जुड़े पंकज मिश्रा प्रकरण में अनुसंधान के दौरान ईडी ने 25 अगस्त को प्रेम प्रकाश को गिरफ्तार किया था। तभी से वह जेल में है।
झारखंड हाई कोर्ट व सिविल कोर्ट में दुर्गापूजा का अवकाश
झारखंड हाई कोर्ट में दुर्गापूजा को लेकर सोमवार से अवकाश रहेगा। अब हाई कोर्ट दस अक्टूबर को खुलेगा। रांची सिविल कोर्ट में दुर्गा पूजा, दीपावली, कोजागरा, चेहल्लुम, काली पूजा, चित्रगुप्त पूजा एवं छठ पूजा को लेकर वार्षिक अवकाश घोषित हो गया है। वार्षिक अवकाश के बाद छठ के दूसरे दिन एक नवंबर को कोर्ट सामान्य रूप से खुलेगा।
न्यायायुक्त के हस्ताक्षर के बाद निबंधक ने वेकेशन कोर्ट के पीठासीन पदाधिकारियों की सूची जारी कर दी है। 30 सितंबर नियमित कोर्ट का अंतिम दिन रहा। एक से 31 अक्टूबर तक अवकाश के दौरान आपराधिक मामलों की सुनवाई आंशिक रूप से जारी रहेगी। इसके साथ ही जमानत याचिका व अग्रिम जमानत याचिका के साथ अति आवश्यक मामलों की सुनवाई पीठासीन पदाधिकारियों की अदालत में होगी।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से शुक्रवार को भगवान बिरसा मुंडा स्मारक समिति, चकला, ओरमांझी के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। उन्होंने मुख्यमंत्री से भगवान बिरसा जैविक उद्यान में भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा स्थापित करने और उनकी जीवनी तथा वीरता-शौर्य गाथा को दर्शाने की व्यवस्था करने की दिशा में पहल करने का आग्रह किया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री को भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा भेंट की। प्रतिनिधिमंडल में समिति के मुख्य संरक्षक और जनजातीय परामर्शदात्री परिषद के सदस्य जमाल मुंडा, संरक्षक काशीनाथ पाहन, अध्यक्ष वीणा मुंडा, सचिव अशोक कुमार मुंडा, उप सचिव दीपक मुंडा, कोषाध्यक्ष सुरेंद्र उरांव और विष्णु मुंडा शामिल थे।