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Ranchi: डायट और प्राथमिक शिक्षण महाविद्यालयों में अब नहीं होगी डीएलएड की पढ़ाई, NEP-2020 के तहत लिया गया फैसला

Jharkhand News In Hindi राज्य के विभिन्न जिलों में संचालित डायट और प्राथमिक शिक्षण शिक्षा महाविद्यालयों में अब डीएलएड पाठ्यक्रम की पढ़ाई नहीं होगी। राज्य सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू करने को लेकर यह निर्णय लिया है।

By Neeraj AmbasthaEdited By: Mohit TripathiThu, 23 Mar 2023 09:28 PM (IST)
Ranchi: डायट और प्राथमिक शिक्षण महाविद्यालयों में अब नहीं होगी डीएलएड की पढ़ाई, NEP-2020 के तहत लिया गया फैसला
Jharkhand News In Hindi: राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के प्रविधानों के तहत राज्य सरकार ने लिया निर्णय।

राज्य ब्यूरो, रांची। Jharkhand News In Hindi: राज्य के विभिन्न जिलों में संचालित डायट और प्राथमिक शिक्षण शिक्षा महाविद्यालयों में अब डीएलएड पाठ्यक्रम की पढ़ाई नहीं होगी। राज्य सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू करने को लेकर यह निर्णय लिया है। झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (जेसीईआरटी) ने इसे लेकर आदेश जारी कर दिया।

क्या है जेसीईआरटी का आदेश

जेसीईआरटी द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि शैक्षणिक सत्र 2023-25 से इन संस्थानों में डीएलएड कोर्स में नामांकन नहीं लिया जाएगा। यदि किसी संस्थान द्वारा शैक्षणिक सत्र 2023-25 के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है तो उसे तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाए।

वैसे प्रशिक्षु जो शैक्षणिक सत्र 2023-25 के पहले के शैक्षणिक सत्रों के प्रशिक्षु हैं, उनका शैक्षणिक सत्र खत्म होने तक पाठ्यक्रम का संचालन होता रहेगा।

इन संस्थानों का क्या है भविष्य

अब इन संस्थानों का उपयोग आवासीय एवं गैर आवासीय सेवाकालीन प्रशिक्षण, शोध कार्य एवं अन्य शैक्षणिक गतिविधियों के लिए किया जाएगा। इसके लिए अलग से दिशा-निर्देश जारी किया जाएगा।

बता दें कि राज्य में 24 डायट और चार प्राथमिक शिक्षण शिक्षा महाविद्यालय संचालित हैं। इनमें 15 डायट और तीन प्राथमिक शिक्षण शिक्षा महाविद्यालयों में डीएलएड पाठ्यक्रम की पढ़ाई वर्तमान में हो रही थी।

अब कैसे होगा शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम

बता दें कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में कहा गया है कि शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम को समग्र बहुविषयी संस्थानों में ही संचालित किया जाएगा। सभी विश्वविद्यालय व बहुविषयक संस्थान अपने यहां उत्कृष्ट शिक्षा विभाग का गठन करेंगे जो अन्य विषयों के साथ बीएड कोर्स संचालित करेंगे।