Jharkhand News: झारखंड के विधायकों की मांग, सालाना चार करोड़ वाला एमएलए फंड बढ़ाएं
Jharkhand News झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र में 60 से अधिक विधायकों ने एमएलए फंड बढ़ाने को लेकर स्पीकर रबीन्द्र नाथ महतो को मांग पत्र सौंपा था। बताया गया है कि सात साल से एमएलए फंड में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand News विधानसभा क्षेत्र में विकास संबंधी कार्यों में एमएलए फंड का अहम योगदान होता है। स्थानीय स्तर पर लोगों की अपेक्षाएं बढ़ने और सालाना फंड की राशि सीमित होने के कारण विधायकों को इसमें परेशानी हो रही है। यही वजह है कि विधानसभा के मानसून सत्र में एमएलए फंड की वार्षिक राशि जब बढ़ाने की मांग उठी तो सभी दलों के विधायकों ने इसपर सहमति जताई। 60 से अधिक विधायकों ने इस मांग के समर्थन में स्पीकर रबीन्द्र नाथ महतो को एक मांग पत्र भी सौंपा।
फिलहाल हरेक विधायक को सालाना चार करोड़ रुपये क्षेत्रीय विकास मद में फंड का आवंटन किया जाता है। यह विभिन्न विकास कार्य की स्वीकृति मिलने के बाद आवंटित होता है। 2015 में एमएलए फंड की राशि बढ़ाकर तीन करोड़ से चार करोड़ की गई थी। विधायकों का कहना है कि सात वर्ष पूर्व एमएलए फंड में बढ़ोतरी की गई थी। अब एक बार फिर इसे बढ़ाने पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। इससे विधायकों को क्षेत्र के लोगों की अपेक्षाओं के अनुरूप कार्य करने में मदद मिलेगी। विधायकों का पक्ष है कि इसे दोगुना कर देना चाहिए।
राशि बढ़ाना समय की आवश्यकता है। अभी एमएलए फंड की राशि से लोगों की अपेक्षाएं पूरी नहीं हो पाती हैं। फंड की राशि चार करोड़ है। इसमें जीएसटी की कटौती भी होती है। राशि काफी कम है, जिससे विकास के कामकाज पर असर पड़ता है। जनप्रतिनिधियों की अपेक्षा है कि इसमें बढ़ोतरी की जाए। बिरंची नारायण, मुख्य सचेतक, भाजपा
राज्य में विधायक फंड की राशि बढ़नी ही चाहिए। निर्माण कार्यों से जुड़ी सामग्री की कीमतों में वृद्धि को देखते हुए विधायक फंड की राशि चार करोड़ से बढ़कर आठ करोड़ कर देना चाहिए। विधानसभा में भी इसकी मांग उठी है। स्पीकर को भी ज्ञापन सौंपकर इसकी मांग की गई। कई राज्यों में विधायक फंड की राशि 10 करोड़ तक बढ़ाई गई है। लंबोदर महतो, विधायक, गोमिया