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Coronavirus Update: झारखंड के मंत्री हाजी हुसैन अंसारी क्वारंटाइन, लगातार सक्रिय थे सार्वजनिक समारोहों में

Coronavirus Update. बेटे के लौटने के बाद हाजी मंत्रिमंडल की बैठक से लेकर विधानसभा तक में मौजूद रहे। अधिकारियों-कर्मचारियों से लेकर ग्रामीणों तक के बीच में सक्रिय रहे।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Fri, 03 Apr 2020 10:20 AM (IST)Updated: Fri, 03 Apr 2020 10:20 AM (IST)
Coronavirus Update: झारखंड के मंत्री हाजी हुसैन अंसारी क्वारंटाइन, लगातार सक्रिय थे सार्वजनिक समारोहों में
Coronavirus Update: झारखंड के मंत्री हाजी हुसैन अंसारी क्वारंटाइन, लगातार सक्रिय थे सार्वजनिक समारोहों में

रांची, राज्य ब्यूरो। तब्लीगी जमात में मंत्री पुत्र के शामिल होने की सूचना के बाद देवघर जिला प्रशासन ने मंत्री के पूरे परिवार और उनके पुत्र को अलग-अलग क्वारंटाइन कर दिया है। लेकिन कहीं ना कहीं जिला प्रशासन ने सैकड़ों लोगों के स्वास्थ्य के साथ अनदेखी भी की है और उन लोगों को संज्ञान में नहीं लिया है जिनकी मुलाकात मंत्री हाजी हुसैन अंसारी से पिछले एक पखवारे में हुई है।

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मंत्री के पुत्र के नई दिल्ली से लौटने की संभावित तिथि के बाद हाजी हुसैन अंसारी मंत्रिमंडल की बैठक में शामिल हुए, विधानसभा की कार्यवाही में शामिल हुए और विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों से मुलाकात भी की। इतना ही नहीं, अभी दो दिनों पूर्व तक इन्होंने अपने क्षेत्र में बड़े पैमाने पर लोगों के बीच खाद्यान्न और और खाने-पीने की सामग्रियों का वितरण किया।

अब सवाल ये उठ रहा है कि इस दौरान जो सैकड़ों की संख्या में लोग इनके संपर्क में आए, उन्हें क्वारंटाइन क्यों नहीं किया गया। ज्ञात हो कि मंत्री के पुत्र के नई दिल्ली में तब्लीगी जमात की बैठक में शामिल होने की सूचना पुलिस को केंद्र से मिली है। पुलिस को प्राप्त सूचनाओं की मानें तो तब्लीगी जमात की बैठक में शामिल होने के बाद झारखंड के सभी प्रतिनिधि 16 मार्च तक वापस लौट आए थे।

यह मान लिया जाए कि वापस लौटने के बाद मंत्री पुत्र की मुलाकात अपने पिता हाजी हुसैन अंसारी से हुई थी तो हाजी हुसैन अंसारी के संपर्क में आए लोगों को भी क्वारंटाइन किया जाना चाहिए था। 17 मार्च को हाजी हुसैन अंसारी कैबिनेट की बैठक में शामिल हुए थे और इसी दिन इन्होंने विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों से भी मुलाकात की थी। इसके बाद लगातार विधानसभा की कार्यवाही में शामिल हुए।

जिला प्रशासन को इस बात को भी संज्ञान में रखना चाहिए था। कहीं न कहीं ऐसा लग रहा है कि जिला प्रशासन निर्णय लेने में दुविधा की स्थिति में है। सरकार को भी इस मामले में आवश्यक दिशानिर्देश देने चाहिए थे। दूसरी ओर, अगर मंत्री की बात सही हुई तो क्वारंटाइन के फैसले पर जिला प्रशासन को विचार करना चाहिए था।

क्या कहते हैं मंत्री

मंत्री हाजी हुसैन अंसारी ने साफ कहा है कि उनका पुत्र न तो दिल्ली गया है और न ही रांची। उनके पुत्र के नाम का व्यक्ति और मोहम्मद अब्बास का जो नाम आया है। वही दोनों नाम के व्यक्ति को पुलिस ने देवघर से भी पकड़ा है। उन्होंने साफ कहा कि उनके पुत्र को हजरत निजामुद्दीन तब्लीगी जमात से कोई लेना-देना नहीं है। ब्लड सैंपल की जांच के बाद मामले की सच्चाई सामने आ जाएगी। उन्होंने कहा कि कहीं न कहीं खुफिया विभाग और प्रशासन को गलतफहमी हुई है।


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