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Jharkhand Job Vacancy: झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय में रिसर्च असिस्टेंट के लिए निकली वैकेंसी

Jharkhand News झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय के समसामयिक एवं जनजातीय प्रथागत विधि विभाग के समन्वयक डॉ. शमशेर आलम की रिसर्च टीम को डॉ. रामदयाल मुंडा जनजातीय शोध संस्थान की ओर से शोध प्रोजेक्ट के लिए चयन किया गया है।

By Vikram GiriEdited By: Published: Mon, 15 Feb 2021 03:13 PM (IST)Updated: Mon, 15 Feb 2021 03:13 PM (IST)
Jharkhand Job Vacancy: झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय में रिसर्च असिस्टेंट के लिए निकली वैकेंसी
Jharkhand Job Vacancy: झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय में रिसर्च असिस्टेंट के लिए निकली वैकेंसी। जागरण

रांची, जासं । Jharkhand News, Jharkhand Job Vacancy झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय में रिसर्च असिस्टेंट के लिए बहाली निकली है। इसमें आवेदन के लिए अंतिम तिथि 28 फरवरी है। विज्ञापन विवि के वेबसाइट पर उपलब्ध है। गौरतलब है कि झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय के समसामयिक एवं जनजातीय प्रथागत विधि विभाग के समन्वयक डॉ. शमशेर आलम की रिसर्च टीम का डॉ. रामदयाल मुंडा जनजातीय शोध संस्थान की ओर से शोध प्रोजेक्ट के लिए चयन किया गया है। इस शोध को सुचारु रूप से कार्यान्वित करने के लिए दो रिसर्च असिस्टेंट की जरूरत है।

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इसके तहत झारखंड के कुल सात जिले जिसमें चार जनजातीय बहुल (रांची, सिमडेगा, खूँटी, दुमका) एवं तीन गैर-जनजातीय बहुल (हजारीबाग, कोडरमा, चतरा) जिलों में 14 से 23 वर्ष के स्कूल/कॉलेज जाने वाले जनजातीय किशोरों में कम्युनिकेशन एवं एक्स्ट्रा करीकुलर गतिविधियों में संकोच का अधय्यन किया जाएगा।

जनजातीय शोध संस्थान के द्वारा इस शोध के लिए कुल 5.57 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गयी है , जिसे 9 माह की समय-सीमा के अंतर्गत पूरा करना है. डॉ. आलम, जो इस शोध कार्य के प्रिंसीपल इन्वेस्टिगेटर हैं।  उन्होंने बताया कि शोध को सुचारु रूप से कार्यान्वित करने के लिए दो रिसर्च असिस्टेंट की बहाली के लिए विज्ञापन झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय के वेबसाइट पर उपलब्ध है। तथा नियुक्ति प्रक्रिया 05 मार्च 2021 को विश्वविद्यालय के ब्राम्बे परिसर में आयोजित की जाएगी।

चयनित रिसर्च असिस्टेंट को 7 माह के लिए संविदा में रखा जाएगा। जिनका मानदेय 20,000 रुपये प्रति माह होगा तथा यात्रा भत्ता शोध कार्य के अनुरूप अलग से दिया जाएगा। डॉ.शमशेर की चार सदस्यों की रिसर्च टीम में को- प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर के रूप में डॉ. विभूति नायक, सेंटर फॉर स्टडीज इन सोशल साइंस कोलकाता, डॉ. कृष्णा गोप, स्वतंत्र शोधकर्ता एवं डॉ. कृति गुप्ता, तिलका माँझी भागलपुर विश्वविद्यालय शामिल हैं।


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