Jharkhand News: पूजा सिंघल के लिए जेल में आया गद्दा... लेकिन, बेटा-बेटी के वियोग में बहा रहीं आंसू
Jharkhand News जेल में बंद निलंबित आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल लगातर असहज हो रही हैं। बेटा-बेटी के वियोग में तड़प रही हैं। उनसे शनिवार को जेल में अधिवक्ता सुधांशु ने मुलाकात की। हालांकि जेल में उनके पति अभिषेक झा से अनाधिकृत रूप से मुलाकात के चर्चे भी हैं।
रांची, जासं। Jharkhand News रांची के होटवार जेल में बंद निलंबित आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल से मिलने उनके अधिवक्ता व रिश्तेदार शनिवार को यहां पहुंचे। मुलाकात करने वाले का नाम सुधांशु बताया जा रहा है। उन्होंने मुलाकाती रजिस्टर में अपने नाम की एंट्री रिश्तेदार और अधिवक्ता के रूप में की है। बताया जा रहा है कि पूजा सिंघल के लिए जमानत की अर्जी अदालत में दाखिल करने की तैयारी है। इस वजह से यह अहम मुलाकात हो सकती है। हालांकि आज पूजा सिंघल की ओर से किसी तरह की जमानत अर्जी न्यायालय में दाखिल नहीं की गई है।
इधर, जेल में पूजा सिंघल का अनाधिकृत रूप से पति अभिषेक झा से मुलाकात करने के चर्चे हैं। हालांकि जेल प्रशासन ने इससे इन्कार किया है। जेल अधीक्षक हामिद अख्तर के अनुसार मौजूदा समय में कैदियों से मुलाकात के लिए अधिकृत रूप से छूट है। रजिस्टर में एंट्री कर कोई भी मुलाकात कर सकता है। ऐसे में अनाधिकृत रूप से मुलाकात करने का औचित्य नहीं है। जेल में मुलाकात करने वालों की एंट्री रजिस्टर में की जाती है।
जेल में पूजा सिंघल के लिए पहुंचा गद्दा
पूजा सिंघल के लिए घर से गद्दा भेजा गया है। इसके अलाव उनके खाने के लिए स्नैक्स, नूडल्स, दवाई, शैंपू, साबून सहित कई सामान भेजे गए हैं। फिलहाल पूजा सिंघल को जरूरत के अनुसार सारे सामान उपलब्ध होने लगे हैं। उनके साथ रह रहीं महिला कैदी उनकी सेवादार भी बनी हैं। खाना-पीना कपड़े धोने तक का काम महिला कैदी कर रही हैं। उनके लिए सुबह का नाश्ता, दोपहर का खाना और रात का खाना लाकर महिला कैदी ही देती हैं।
जेल में तनाव के बीच कट रही जिंदगी
पूजा सिंघल की जेल तनाव के बीच कट रही। चूंकि वह ज्यादातर अपसेट रह रहीं। लोगों से बातचीत कम करती हैं। केवल साथ रहने वाली महिला कैदियों से ही थोड़ी बातचीत करती है। उनकी दिनचर्या पूरे दिन अपने कमरे में ही बैठकर रहकर कट रही। शाम के समय निकलकर जेल कैंपस में टहलती हैं। इसके बाद वापस कमरे में जाकर सो जाती हैं। शुरुआत के दिनों में पूजा सिंघल से हर महिला कैदियों ने मुलाकात की। लेकिन वह किसी को महत्व नहीं दे रहीं। पूजा सिंघल हमेशा अपने परिवार और पुराने दिनों की याद में खोई रहती हैं।