Move to Jagran APP

झारखंड के IAS मनीष रंजन को गोल्ड मेडल, प्रशासनिक अकादमी मसूरी में सम्मानित, जानें इनका कैसा रहा करियर

IAS Manish Ranjan झारखंड के आइएएस मनीष रंजन को मसूरी में सम्मानित किया गया है। वह एक प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। शुरू से ही नंबर वन रहने वाले मनीष रंजन एक बार फिर नंबर वन साबित हुए हैं। झारखंड का नाम रोशन किया है।

By M EkhlaqueEdited By: Published: Sun, 14 Aug 2022 02:59 PM (IST)Updated: Sun, 14 Aug 2022 03:01 PM (IST)
झारखंड के IAS मनीष रंजन को गोल्ड मेडल, प्रशासनिक अकादमी मसूरी में सम्मानित, जानें इनका कैसा रहा करियर
Jharkhand IAS Manish Ranjan: आइएएस मनीष रंजन मसूरी में सम्मान ग्रहण करते हुए।

रांची, डिजिटल डेस्क। IAS Manish Ranjan Awarded Director Gold Medal लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी मसूरी में आयोजित 16वें मिड करियर ट्रेनिंग के फेज फोर में झारखंड कैडर के आइएएस अधिकारी डा. मनीष रंजन को डायरेक्टर गोल्ड मेडल सहित प्रशिक्षणार्थियों में पहला स्थान प्राप्त हुआ है, इसमें पूरे देश से 94 आइएएस अधिकारियों ने भाग लिया। डा. मनीष रंजन को अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू एवं लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी मसूरी के निदेशक श्रीनिवास जी ने सम्मानित किया। मनीष रंजन झारखंड में ग्रामीण विकास विभाग के सचिव पद पर पदस्थापित हैं।

loksabha election banner

जानिए कौन हैं आइएएस डा मनीष रंजन

  • भारतीय प्रशासनिक सेवा यानी आइएएस डा मनीष रंजन का जन्म 10 जुलाई 1975 को हुआ। वह झारखंड कैडर के 2002 बैच के आइएएस हैं।
  • मनीष रंजन खूंटी में उपायुक्त रह चुके हैं। वर्ष 2015 से अप्रैल 2017 तक माध्यमिक शिक्षा, स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग के निदेशक रहे हैं।
  • वर्ष 2008 और 2009 में डा मनीष रंजन को प्रधानमंत्री से पुरस्कार मिल चुका है। वह देवघर व पाकुड़ में मनरेगा में उत्कृष्ट कार्य कर चुके हैं।
  • वर्ष 2007 में भारत के राष्ट्रपति ने भी मनीष रंजन को पुरस्कृत किया था। लातेहार के अलौदिया पंचायत को प्रथम पूर्ण स्वच्छ पंचायत बनाने हेतु।
  • मनीष रंजन एक बढ़िया लेखक भी हैं। उनकी कई किताबें बाजार में आ चुकी हैं। इसकी खूब सराहना भी हो चुकी है। पुस्तकें बेस्ट सेलिंग रही हैं।
  • मनीष रंजन ने दसवीं बोर्ड और इंटर की पढ़ाई बिहार से की। बिहार बोर्ड और इंटर परीक्षा में वह टापर रह चुके हैं। बचपन से ही मेधावी रहे हैं।
  • मनीष रंजन ने उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए दिल्ली गए। दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई की है। वह समाजशास्त्र में टापर रह चुके हैं।
  • आइएएस मनीष रंजन ने प्रबंधन और वाणिज्य विषय में वर्ष 2007 में झारखंड के चर्चित रांची यूनिवर्सिटी से शोध पूरा किया है और डाक्टर बने।

नाटक मंचन व ग्रामीण विकास में शुरू से रूचि

डा मनीष रंजन का जन्म बिहार के सारण जिले में हुआ। वह झारखंड के नेतरहाट स्कूल के छात्र रह चुके हैं। बिहार के पटना से भी उनका गहरा रिश्ता रहा है। वह नाटकों में भी बेहद दिलचस्पी रखते हैं। कालेज लाइफ में वह कई नाटकों के प्रदर्शन में भाग ले चुके हैं। गुजरात स्थित ग्रामीण प्रबंधन संस्थान से वह ग्रामीण प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा प्राप्त कर चुके हैं। ग्रामीण विकास में उनकी काफी रूचि रहती है।

आइएएस मनीष रंजन की प्रकाशित पुस्तकें

  • डिसीजन मेकिंग एंड प्रॉब्लम सॉल्विंग- प्रकाशक- मैकग्रा हिल।
  • संचार कौशल सहित पारस्परिक कौशल - प्रकाशक - पियर्सन।
  • CSAT खंड एक - प्रकाशक - सेंगेज लर्निंग।
  • CSAT खंड दो - प्रकाशक - सेंगेज लर्निंग।
  • झारखंड का सामान्य ज्ञान - प्रकाशक - प्रभात पेपरबैक।

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.