नाबालिग को एसिड पिलाने मामले में झारखंड हाइकोर्ट ने कहा- पुलिस आरोपित को बचाने का कर रही प्रयास
झारखंड हाइकोर्ट ने सुनवाई के दौरान पुलिस की जांच नाराजगी जताते हुए कहा कि आरोपित को अभी तक गिरफ्तार नहीं करना बहुत ही गंभीर मामला है।
रांची (राज्य ब्यूरो)। हजारीबाग की नाबालिग को एसिड पिलाने वाले मामले में आज झारखंड हाई कोर्ट में सुनवाई हुई। इस मामले में सुनवाई करते हुए अदालत ने पुलिस जांच पर नाराजगी जताई और कहा कि आरोपित को अभी तक गिरफ्तार नहीं करना बहुत ही गंभीर मामला है। लगता है कि पुलिस आरोपित को बचाने का प्रयास कर रही है। कोर्ट ने हजारीबाग अदालत से मामले से संबंधी पूरी जानकारी मांगी है। इस दौरान हजारीबाग एसपी हाजिर हुए। मामले के अगली सुनवाई 25 सितम्बर को होगी। बात दें अधिवक्ता अपराजित भारद्वाज ने मीडिया में आई खबर के बाद चीफ जस्टिस को पत्र लिखा था। उसी मामले में कोर्ट सुनवाई कर रही है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, 19 दिसंबर 2019 को हजारीबाग के इचाक थाना क्षेत्र में 13 साल के नाबालिग को जबरन एसिड पिलाने का एक मामला सामने आया था। इस घटना के बाद उसकी स्थिति काफी गंभीर हो गई थी। और लगभग दो महीने के इलाज के बाद वह बयान दे पायी। इस दौरान दो महीने तक उसका इलाज चला। हालत में थोड़ी सुधार होने के बाद लगभग दो महीने बाद पीडि़ता का बयान इचाक थाने में दर्ज किया गया। जिसमें पीड़िता ने बताया कि आरोपी लगातार उसको परेशान किया करता था। घटना के दिन वह स्कूल से लौट रही थी, तभी आरोपी ने इस घटना को अंजाम दिया। अखबारों में इसकी खबर प्रकाशित होने के बाद अधिवक्ता अपराजिता भारद्वाज ने चीफ जस्टिस का पत्र लिखा था। इसके बाद अदालत इस पर संज्ञान लेते हुए मामले की सुनवाई कर रही है।