अग्रवाल बंधु डबल मर्डर: लोकेश चौधरी की अग्रिम जमानत याचिका हाई कोर्ट ने खारिज की Ranchi News
Jharkhand. सोमवार को मामले की सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट के जस्टिस एके चौधरी की अदालत ने अग्रिम जमानत देने से इन्कार कर दिया। लोकेश चौधरी फिलहाल फरार है।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड हाई कोर्ट के जस्टिस एके चौधरी की अदालत ने सोमवार को अग्र्रवाल बंधु हत्याकांड में आरोपित लोकेश चौधरी की अग्र्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी। अदालत ने अपने आदेश में कहा कि निचली अदालत में दाखिल चार्जशीट में लोकेश चौधरी को फरार घोषित किया गया है। इसलिए उसे अग्र्रिम जमानत नहीं दी जा सकती है। सुनवाई के दौरान प्रार्थी के अधिवक्ता ने अदालत को बताया कि इस मामले में इश्तेहार और कुर्की-जब्ती की कार्रवाई में तय प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया है।
घटना के मात्र चार दिन में एक साथ इश्तेहार और कुर्की की कार्रवाई करना उचित नहीं है। अदालत को बताया गया कि घटना के दिन लोकेश चौधरी घटनास्थल पर मौजूद नहीं था, इसलिए उसे अग्र्रिम जमानत की सुविधा मिलनी चाहिए। इस दौरान सरकार की ओर से लोकेश चौधरी की अग्र्रिम जमानत याचिका का विरोध किया गया। दोनों पक्षों को सुनने के बाद अदालत ने लोकेश चौधरी को अग्र्रिम जमानत देने से इन्कार कर दिया।
बता दें कि इसी साल मार्च माह में अशोक नगर स्थित एक निजी चैनल के बंद कार्यालय में हेमंत अग्र्रवाल और महेंद्र अग्र्रवाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में लोकेश चौधरी सहित अन्य लोगों को आरोपित बनाया गया है। लोकेश की ओर से हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर अग्र्रिम जमानत देने की गुहार लगाई गई थी।
छह मार्च को गोली मारकर की गई थी हत्या
छह मार्च की शाम अशोक नगर रोड नंबर एक स्थित साधना न्यूज चैनल के बंद पड़े कार्यालय में व्यवसायी हेमंत अग्रवाल व भाई महेंद्र अग्रवाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना को अंजाम देने के बाद लोकेश चौधरी 11:57 बजे जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के कचनार टोली स्थित वसुंधरा अपार्टमेंट पहुंचा था। वहां से पत्नी व बच्चों को लेकर सीधे बिहार भाग निकला था।
रुपये हड़पने के लिए की थी हत्या
लोकेश चौधरी का अंगरक्षक सुनील सिंह ने पकड़े जाने के बाद बताया था कि व्यवसायी हेमंत अग्रवाल व महेंद्र अग्रवाल की हत्या रुपये हड़पने के लिए की गई थी। इसके लिए अग्रवाल बंधुओं के घर लोकेश ने अपने दोस्त व बॉडीगार्ड से आइबी की फर्जी रेड कराई थी। एमके सिंह व धर्मेद्र तिवारी ने अग्रवाल बंधुओं पर गोली चलाई। न्यूज चैनल कार्यालय में दोनों भाइयों की हत्या के बाद लोकेश, एमके सिंह व उनके दोनों अंगरक्षक सीसीटीवी फुटेज की डीवीआर लेकर भाग निकले।