कोरोना की तीसरी लहर: अस्पतालों में आवश्यक संसाधनों उपलब्ध करा रहा स्वास्थ्य विभाग
झारखंड के गढ़वा जिले में कोरोना महामारी की दूसरी लहर अभी थमी नहीं है। वहीं तीसरी लहर को लेकर हो रही चर्चा ने लोगों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। स्वास्थ्य विभाग ने भी अपने स्तर से कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर तैयारियां शुरू कर दिया है।
गढ़वा, संस। झारखंड के गढ़वा जिले में कोरोना महामारी की दूसरी लहर अभी थमी नहीं है। वहीं तीसरी लहर को लेकर हो रही चर्चा ने लोगों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। स्वास्थ्य विभाग ने भी अपने स्तर से कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर तैयारियां शुरू कर दिया है। बताते चलें कि दूसरी लहर में जिले में कोरोना संक्रमितों का सदर अस्पताल परिसर स्थित डेडिकेटेड कोविड अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पताल श्रीबंशीधर नगर के अलावा मझिआंव, रंका, भंडरिया, मेराल, रमना, धुरकी व भवनाथपुर सीएचसी में कोरोना संक्रमितों का इलाज किया जा रहा था। लेकिन अस्पतालों में आवश्यक संसाधनों की कमी साफ नजर आई थी।
सबसे बड़ी परेशानी आक्सीजन सिलिंडर व रेगुलेटर को लेकर हो रही थी। बाद में डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में पीसीए आक्सीजन प्लांट लगने तथा आक्सीजन सिलिंडरों की आपूर्ति होने से कुछ सुधार हुआ। फिर भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्थित कोविड केंद्रों में रेगुलेटर की कमी परेशानी का सबब बनी रही। इस कारण कोविड केंद्र से गंभीर मरीजों को डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में भेजना पड़ रहा था। डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में 18 वेंटिलेटर तथा पांच आइसीयू बेड उपलब्ध हैं। इस बार पांच और वेंटिलेटर लाए गए हैं।
इस बार स्वास्थ्य विभाग ने प्रत्येक सीएचसी में 5-5 वेंटिलेटर, 10-10 जंबो सिलेंडर उपलब्ध करा रहा है। अस्पतालों में पहले से भी आक्सीजन सिलिंडर हैं। जबकि सदर अस्पताल में पीसीए आक्सीजन प्लांट के बावजूद सिलिंडर की जरूरत पड़ती थी। लेकिन इस बार एक और आक्सीजन प्लांट 10 दिनों में लग जाएगा। इसकी तैयारी चल रही है। इसकी क्षमता 10000 लीटर की है। दो रिफिलिंग टैंक भी लाए गए हैं। इससे समुचित फ्लो के साथ डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में भर्ती मरीजों को पाइप लाइन के जरिये आक्सीजन दिया जा सकेगा।