Jharkhand News: रांची में कल क्यों होनेवाली है हजारों सरकारी कर्मियों की जुटान... हेमंत सोरेन से क्या है उम्मीद, जानिए...
Jharkhand News झारखंड सरकार के हजारों कर्मी कल यानी रविवार को राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान स्थित फुटबाल मैदान में पहुंच रहे हैं। हजारों सरकारी कर्मियों की ये जुटान क्यों हो रही है सीएम हेमंत सोरेन से उनकी उम्मीद क्या है जानें...
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand News पुरानी पेंशन बहाली हेतु राष्ट्रीय आंदोलन (एनएमओपीएस) के आह्वान पर झारखंड सरकार के हजारों कर्मी रविवार को प्रस्तावित पेंशन जयघोष महासम्मेलन में शामिल होने रांची पहुंचेंगे। रांची के मोरहाबादी मैदान स्थित फुटबाल मैदान में आयोजित इस सम्मेलन की तैयारियां पूरी हो गई हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि इस सम्मेलन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे। राज्य कर्मियों को उम्मीद है कि मुख्यमंत्री इस पेंशन जयघोष सम्मेलन में पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने की घोषणा करेंगे।
एनएमओपीएस के नेताओं ने शनिवार को प्रेस क्लब में मीडिया से रूबरू होते हुए पेंशन जयघोष सम्मेलन की तैयारियों की जानकारी दी। बताया कि कर्मियों द्वारा ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करने की मांग क्यों की जा रही है।
प्रेस क्लब में मीडिया से रूबरू होते एनएमओपीएस के नेता।
नई पेंशन स्कीम में कई खामियां
संघ के प्रांतीय अध्यक्ष विक्रांत कुमार सिंह ने कहा कि वर्ष 2004 से लागू नई पेंशन स्कीम में कई खामियां हैं। इसकी सबसे बड़ी खामी यह है कि शेयर आधारित पेंशन स्कीम लागू होने के कारण इसमें कोई गारंटी नहीं है। उनके अनुसार, पुरानी पेंशन स्कीम खत्म करने के पीछे पूंजीपतियों की साजिश थी। यह भी तर्क दिया कि पुरानी स्कीम से अधिक नई पेंशन स्कीम से राज्य पर बोझ पड़ रहा है। नई स्कीम में 60 वर्ष तक सेवा देने के बाद भी जोखिम होने का प्रभाव कर्मियों की कार्यदक्षता पर पड़ता है।
पुरानी पेंशन स्कीम में डीए या वेतनमान बढ़ने का लाभ मिलता था लाभ
एनएमओपीएस के प्रवक्ता शिवानंद कांशी ने कहा कि पुरानी पेंशन स्कीम में डीए या वेतनमान बढ़ने का लाभ पेंशनधारियों को मिलता था। नई स्कीम में ऐसा कुछ भी नहीं है। प्रांतीय कोषाध्यक्ष नितिन कुमार ने कहा कि सम्मेलन में सभी कर्मचारी संघों का समर्थन मिला है। इसमें राज्य प्रशासनिक सेवा के पदाधिकारी से लेकर चतुर्थ वर्गीय कर्मी भी शामिल होंगे।