पीएलएफआइ सुप्रीमो की मोबाइल छानबीन हुई तो पुलिस के उड़ गए होश, रांची भी पहुंच रहा हथियार
Jharkhand Crime News आतंक (Terror) का राज कायम करने के लिए पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप (PLFI Supremo Dinesh Gope) के दस्ते में शामिल उग्रवादी (Extremist) विदेशों से अवैध रूप से मंगवाये महंगे व अत्याधुनिक हथियारों (Weapons) से लैस रहता है। राज निवेश के मोबाइल (Mobile) से खुला।
रांची, जागरण संवाददाता। Jharkhand Crime News : आतंक (Terror) का राज कायम करने के लिए पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप (PLFI Supremo Dinesh Gope) के दस्ते में शामिल उग्रवादी (Extremist) विदेशों से अवैध रूप से मंगवाये महंगे व अत्याधुनिक हथियारों (Weapons) से लैस रहता है। दस्ता के पास राइफल (Rifle), ग्रेनेड लांचर (Grenade Launcher) से लेकर कई अत्याधुनिक हथियारों का जखीरा है। पीएलएफआइ (PLFI) के कई अंतर्राष्ट्रीय हथियार तस्कर (International Arms Smugglers) से संबंध है, जो समय-समय पर उच्च मारक क्षमता के हथियार सप्लाई करता है। इसका राज निवेश के मोबाइल (Mobile) से खुला।
कई अंतर्राष्ट्रीय हथियार तस्करों के कांटेक्ट नंबर मिले
गिरफ्तार होने के बाद जब उसके मोबाइल की छानबीन की गई तो पुलिस के होश उड़ गए। मोबाइल में कई अंतर्राष्ट्रीय हथियार तस्करों के कांटेक्ट नंबर मिले। तस्करों से निवेश कुमार की बातचीत की भी पुष्टि हुई है। साथ ही, मोबाइल में कई हथियारों की तस्वीर भी मिली है। एक तस्वीर में निवेश खुद अपने हाथों में ग्रेनेडा लांचर पकड़े जंगल में खड़ा फोटो खिंचवाया था।
सुप्रीमो तय करता है हथियारों का मारक क्षमता, निवेश करता है डीलिंग
अबतक की जानकारी के अनुसार पीएलएफआइ सुप्रीमो हथियारों के मारक क्षमता तय करता है। इसके बाद निवेश कुमार अंतर्राष्ट्रीय हथियार तस्करों से डीलिंग करता है। सुप्रीमो की हरी झंडी मिलने के बाद हथियार की कीमत तय होती है।
विभिन्न माध्यम से रांची पहुंचता है हथियार
जानकारी ये भी है कि विभिन्न माध्यम से हथियार रांची पहुंचता है। पैसे के साथ हथियारों का भी हिसाब किताब की पूरी जानकारी निवेश के पास रहता है। पुलिस के अनुसार निवेश की गिरफ्तारी के बाद बड़ी मात्रा में हथियार बरामद होने की संभावना है।