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जगरनाथ महतो ने लिया शिक्षा मंत्री का पदभार, पारा शिक्षकों को स्‍थाई करने पर जल्‍द लेंगे फैसला

मंत्री जगरनाथ महतो ने गढ़वा के एक आवासीय स्कूल में नाबालिग छात्रा के गर्भवती होने के मामले में गंभीरता दिखाते हुए कहा कि वे स्वयं जांच के लिए गढ़वा निकल रहे हैं।

By Alok ShahiEdited By: Published: Fri, 31 Jan 2020 11:54 AM (IST)Updated: Fri, 31 Jan 2020 07:47 PM (IST)
जगरनाथ महतो ने लिया शिक्षा मंत्री का पदभार, पारा शिक्षकों को स्‍थाई करने पर जल्‍द लेंगे फैसला
जगरनाथ महतो ने लिया शिक्षा मंत्री का पदभार, पारा शिक्षकों को स्‍थाई करने पर जल्‍द लेंगे फैसला

रांची, राज्‍य ब्‍यूरो। झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने शुक्रवार को अपना पदभार ग्रहण कर लिया। प्रभार ग्रहण करने के बाद मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि सभी के सहयोग और सुझाव पर शिक्षा की बेहतरी का वे पूरा प्रयास करेंगे। शिक्षा मंत्री ने पारा शिक्षकों के स्थायीकरण पर अधिकारियों से विमर्श कर जल्‍द ही सही निर्णय लेने की बात कही।

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शिक्षा मंत्री ने सबसे पहले पारा शिक्षकों के मानदेय से संबंधित फ़ाइल निपटाई। फरवरी माह के मानदेय के लिए 72 करोड़ की स्वीकृति। मंत्री जगरनाथ महतो ने गढ़वा के एक आवासीय स्कूल में नाबालिग छात्रा के गर्भवती होने के मामले में गंभीरता दिखाते हुए कहा कि वे स्वयं जांच के लिए गढ़वा निकल रहे हैं। इस मामले में दोषी पर सख्‍त कार्रवाई करेंगे।

जगरनाथ महतो उत्पाद मंत्री भी हैं। उन्‍होंने उत्पाद आयुक्त भोर सिंह यादव से कहा कि दो नंबर की शराब पर रोक लगाइये। एक बूंद भी शराब हरियाण, पंजाब या दूसरे राज्यों से न आए। स्कूल कॉलेज के आसपास किसी भी हाल में शराब न बिके।

एक बूंद भी शराब बाहर से न आए, नकली पर भी पूरी तरह लगाएं रोक

जगरनाथ महतो ने उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के मंत्री के रूप में भी शुक्रवार को पदभार ग्रहण किया। इस अवसर पर उन्होंने उत्पाद आयुक्त भोर सिंह यादव को नकली शराब पर पूरी तरह रोक लगाने का निर्देश दिया। मंत्री ने कहा कि उन्हें सूचना मिली है कि पंजाब, हरियाणा व अन्य राज्यों से यहां शराब पहुंचती है। इसपर सख्ती से रोक लगाते हुए सुनिश्चित करें कि एक बूंद भी शराब बाहर से न आए। कहा कि बाहर से शराब आने का सारा क्लू उनके पास है। वे जानते हैं कि कहां से शराब आती है।

मंत्री ने कहा, नहीं पीते शराब

मंत्री ने कहा कि शिक्षा मंत्री के साथ-साथ उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के भी मंत्री होने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। दोनों विभागों में बेहतर कार्य करेंगे। कहा, वे जरूर उत्पाद एवं मद्य निषेध के मंत्री हैं, लेकिन वे शराब नहीं पीते।


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