Jharkhand: स्कूलों के निरीक्षण में नहीं लग रहा अधिकारियों का मन, दर्जनों को कारण बताओ नोटिस
झारखंड की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए जवाबदेह अधिकारियों की कार्यप्रणाली हैरान कर देने वाली है। सरकार के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के अंतर्गत संचालित माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से जारी रिपोर्ट में बताया गया है।
रांची, [ब्रजेश मिश्र] । झारखंड की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए जवाबदेह अधिकारियों की कार्यप्रणाली हैरान कर देने वाली है। सरकार के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के अंतर्गत संचालित माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रदेश के कई जिलों में क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक जिला शिक्षा पदाधिकारी और क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक अपना कार्य ठीक से नहीं कर रहे हैं। विभाग की ओर से दिसंबर 2020 से लेकर जनवरी 2021 के बीच तीन अलग-अलग आदेश जारी कर सभी अधिकारियों को प्रत्येक कार्यदिवस पर न्यूनतम पांच उच्च एवं उच्चतर माध्यमिक का स्थलीय निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है।
गत 12 जनवरी तक प्रदेश के अलग-अलग जिलों से प्राप्त विहित प्रपत्र के अनुसार चतरा, धनबाद, रामगढ़, लातेहार, गुमला, लोहरदगा, हजारीबाग व पश्चिमी सिंहभूम जैसे जिलों का प्रदर्शन सराहानीय है। वहीं आधे दर्जन से अधिक जिलों में पदस्थापित अधिकारियों ने 50 फीसद लक्ष्य भी पूरा नहीं किया है। कार्य में लापरवाही बदलने वाले दर्जन भर से अधिक आरडीडीई व डीइओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इसमें पूछा गया है कि क्यों न आपके विरूद्ध कर्तव्यों के प्रति लापरवाही बरतने व विभागीय निर्देशों का अनुपालन नहीं करने के कारण अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। विभाग की ओर से जवाब दाखिल करने के लिए दी गई समय सीमा के बावजूद कई अधिकारियों ने निदेशालय को अब तक अपना जवाब नहीं भेजा है।
कई जिलों में नहीं आ रहे बच्चे व शिक्षक
विभागीय निर्देश के अनुसार बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्र-छात्राओं की कक्षा प्रारंभ करने का निर्देश दिया गया। इसके बावजूद कई जिलों के अलग-अलग स्कूलों में शिक्षक व विद्यार्थी नहीं पहुंच रहे। विभागीय पत्र के अनुसार बोकारो, धनबाद, दुमका, पलामू, पाकुड़ के कई स्कूलों में शिक्षक व छात्रों की उपस्थिति शून्य रही है। बोकारो, चतरा, देवघर, दुमका, गिरीडीह, गोड्डा, हजारीबाग, पलामू, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम व रांची के कई स्कूलों में छात्र उपस्थित रहे। शिक्षक स्कूल नहीं पहुंचे। इनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। जांच में यह भी पता चला है कि कई विद्यालयों में थर्मल स्क्रैनिंग की व्यवस्था नहीं है। इसमें सुधार की आवश्यकता जताई गई है।
कुछ ऐसी है स्थिति
विद्यालयों के निरीक्षण में न्यूनतम प्रदर्शन करने वाले जिले
नाम कुल निरीक्षण फीसद
कोडरमा 10 16
पलामू 46 30
दुमका 38 35
रांची 51 36
देवघर 44 37
सरायकेला 34 40
खराब प्रदर्शन करने वाले अधिकारी
जिला शिक्षा पदाधिकारी
जिला स्कूल संख्या
दुमका 0
पलामू 3
पाकुड़ 7
गढ़वा 8
क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक
जिला स्कूल संख्या
दुमका 3
पश्चिमी सिंहभूम 8
जिला शिक्षा अधीक्षक
जिला स्कूल संख्या
रांची 0
हजारीबाग 0
देवघर 0
गोड्डा 1
जामताड़ा 2
गिरीडीह 3
दुमका 3
क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी
जिला स्कूल
जामताड़ा 11
सिमडेगा 16
साहेबगंज 20
ऐसे जिलों के स्कूल जहां छात्र रहे उपस्थित, शिक्षक अनुपस्थित
जिला स्कूलों की संख्या
बोकारा 2
चतरा 2
देवघर 1
दुमका 1
गिरीडीह 1
गोड्डा 2
हजारीबाग 1
पलामू 4
पश्चिमी सिंहभूम 1
पूर्वी सिंहभूम 3
रांची 2
ऐसे विद्यालय जहां शिक्षक व छात्र दोनों अनुपस्थित रहे
जिला संख्या
बोकारो 2
धनबाद 1
दुमका 8
पाकुड़ 1
पलामू 1
शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने के लिए मानिटरिंग सिस्टम को मजबूत बनाने पर बल दिया जा रहा है। यह प्रकिया निरंतर जारी रहेगी। इसमें शिक्षक से लेकर अधिकारियों तक के कामकाज की समीक्षा हो रही है। - जटाशंकर चौधरी, निदेशक, माध्यमिक शिक्षा, झारखंड