झारखंड सहयोग मांगे, हम हरसंभव मदद को तैयार
राची कोरोना संकट काल में केंद्र सरकार से मदद की आस लगाए राज्य सरकार के लिए सकारात्मक खबर है। केंद्रीय मंत्री नितिनि गडकरी ने ई जागरण राउंड टेबल कांफ्रेंस में झारखंड को हर तरह का सहयोग देने का आश्वासन दिया।
राची : कोरोना संकट काल में केंद्र सरकार से मदद की आस लगाए राज्य सरकार के लिए सकारात्मक खबर है। केंद्रीय सूक्ष्म, लघु, मध्यम एवं परिवहन, राष्ट्रीय राजमार्ग व शिपिंग मंत्री नितिन गडकरी ने भरोसा दिलाया है कि वे झारखंड की हरसंभव मदद को तैयार हैं। ई-जागरण राउंडटेबल में सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ जहा बेहतर संबंध का जिक्र किया वहीं यह भी कहा कि राज्य में बहुत संभावनाएं हैं। जनता ने जिन्हें शासन करने के लिए चुना है वे उनके लिए काम करें।
केंद्रीयमंत्री ने कहा कि झारखंड खनिज और वन संसाधनों से परिपूर्ण राज्य है। यह धनवान राज्य है लेकिन जनता गरीब है। संघीय व्यवस्था में राज्य सरकार और केंद्र सरकार के अधिकार अलग-अलग हैं। जनता जिसे चुनेगी, वह राजा बनता है। उन्होंने साहिबगंज के मल्टी माडल टíमनल का उदाहरण देते हुए कहा कि हमने मल्टी माडल हब बना दिया है। वाराणसी से हल्दिया का काम पूरा किया है।
इससे नार्थ इस्ट एशिया, दक्षिण, एशिया से म्यामार जापान तक माल भेज सकते हैं। झारखंड से ट्रासपोर्ट हो सकता है। झारखंड से माल हल्दिया जाएगा। हल्दिया से बंगाल की खाड़ी है। वहा से ब्रह्मपुत्र का भी लिंक कर दिया है। झारखंड अपना माल कहीं भी भेज सकता है। इतना बड़ा अवसर राज्य को मिला है। दुनिया भर के देशों तक झारखंड का माल जल परिवहन के जरिए भेजा जा सकता है।
धनबाद में खनिज संसाधनों का जिक्र करते हुए कहा कि यहा अलग-अलग प्रकार का कोयला है। झरिया का उदाहरण दिया। कहा कि पूरा शहर कोयले पर बसा हुआ है। उन्होंने शहर को शिफ्ट कर कोयला निकालने की प्रक्रिया पर जोर दिया। कहा कि झरिया शहर को शिफ्ट किया जाए और वहा का कोल निकाला जाए तो कम से कम झारखंड में एक लाख करोड़ की इकोनॉमी हो जाएगी। वह शहर भी उस पैसे से अच्छी तरह बस जाएगा। अच्छा स्मार्ट शहर बनेगा। वहा उच्च क्वालिटी का थर्मल कोल है, जिसे लगभग हम आयात कर रहे हैं। यह उसका विकल्प बन जाएगा। राज्य की वन संपदा को भी अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण करार देते हुए कहा कि झारखंड के पास सघन वन क्षेत्र है, जिसका उपयोग अर्थव्यवस्था को विकसित करने में किया जाना चाहिए। करंज, महुआ, साल सब झारखंड के पास है। हम हवाई जहाज चलाने वाले ईंधन तैयार कर सकते हैं। हवाई जहाज के लिए बायो फ्यूल जेट्रोफा के जरिए बनाया जा सकता है। हेलीकाप्टर और फाइटर जेट बायो फ्यूल पर चलते हैं। झारखंड के पास अपार संभावनाएं हैं।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ अच्छे संबंध का जिक्र करते हुए उन्होंने हरसंभव मदद करने की इच्छा जताई। बोले, उनको जो भी मदद चाहिए भारत सरकार देने के लिए तैयार है। जब मैं बीजेपी का अध्यक्ष था तो उनके संपर्क में था। वे मदद चाहते हैं झारखंड के विकास के लिए तो वे हमेशा इसके लिए तैयार हैं। यह पूछे जाने पर कि भाजपा संग झामुमो का पुराना तालमेल संभव है, नितिन गडकरी ने कहा कि अभी राजनीति का वक्त नहीं है। पूरे देश को कोराना संकट से लड़ना है और वे इसपर किसी प्रकार की टीका-टिप्पणी से परहेज करेंगे। यह विवाद का समय नहीं है बल्कि मिलजुलकर कोरोना से मुकाबला करना है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अगर सहयोग मागते हैं तो उनके लिए मंत्रालय का दरवाजा हमेशा खुला है।