दिल्ली में पीएलएफआइ सरगना दिनेश गोप का थ्री स्टार होटल, निवेश करता था संचालन
लेवी के पैसे से करोड़ों का व्यापार खड़ा कर चुका है दिनेश गोप। बक्सर से पकड़ा गया निवेश रखता था लेवी की रकम और हथियारों की खरीद का हिसाब। दूसरे देशों से भी जुड़े हो सकते हैैं हथियार सप्लाइ के तार पुलिस कर रही जांच।
जागरण संवाददाता, रांची : उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट आफ इंडिया (पीएलएफआइ) के सुप्रीमो दिनेश गोप ने लेवी से प्राप्त काले धन को सफेद करने के लिए कई कंपनियों में पैसा निवेश किया है। दिनेश गोप ने दिल्ली में एक थ्री स्टार होटल भी लीज पर ले रखा है। इस होटल के संचालन की जिम्मेदारी अपने सहयोगी निवेश को दे रखी थी। इसके अलावा भी लेवी वसूली की करोड़ों की रकम दिनेश गोप ने अलग-अलग जगह निवेश कर रखी है। रांची निवासी निवेश को एक दिन पहले ही उसके दो सहयोगियों के साथ बक्सर से गिरफ्तार किया गया है। बुधवार को रांची पुलिस ने प्रेस कांफ्रेंस कर पूरे मामले की जानकारी दी है।
अंतरराष्ट्रीय हथियार तस्करों से संबंध
उग्रवादियों को हथियार सप्लाई के तार दूसरे देशों से भी जुड़े हो सकते हैैं। पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है। प्रारंभिक जांच में दिल्ली से गिरफ्तार की गई निवेश की सहयोगी लिली के बांग्लादेश की नागरिक होने के प्रमाण मिले हैैं। पुलिस उससे भी पूछताछ कर रही है। वह निवेश की प्रेमिका बताई जा रही है। कहा जा रहा है कि होटल संचालन के सिलसिले में दिल्ली आने-जाने के दौरान ही निवेश कुमार का परिचय लिली से हुआ था। पुलिस को आशंका है कि लिली का बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय हथियार तस्करों से संबंध है।
लेवी की रकम और हथियारों की खरीद का हिसाब रखता था निवेश
रांची पुलिस के अनुसार बक्सर से गिरफ्तार किया निवेश दिनेश गोप के नाम पर वसूली जाने वाली करोड़ों की लेवी की रकम का हिसाब रखता है। इसके अलावा वह उग्रवादियों के लिए हथियार खरीद में भी अहम भूमिका निभाता था। उसके पास से 12 लाख रुपये नकद, 19 मोबाइल फोन, विभिन्न कंपनियों के 38 सिमकार्ड व एक महंगी कार भी बरामद हुई थी।
छह जनवरी को रांची में पकड़े गए थे तीन उग्रवादी
बता दें कि छह जनवरी को रांची पुलिस ने उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ के सुप्रीमो 25 लाख के इनामी नक्सली दिनेश गोप तक हथियार व अन्य सामान पहुंचाने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार किया था, मौके से रांची के धुर्वा निवासी निवेश और उसके अन्य साथी फरार हो गए थे। एक दिन पहले निवेश को साथियों समेत बक्सर से गिरफ्तार किया गया है।
रसूखदारों से करता था दोस्ती
अब तक की पुलिस की छानबीन में जो बातें सामने आई हैं उनके अनुसार लेवी से प्राप्त रुपये और खरीदे गए हथियारों का हिसाब भी निवेश कुमार ही करता था। होटल संचालन के सिलसिले में निवेश अक्सर दिल्ली आया-जाया करता था। दिल्ली में खुद को एक सांसद का संबंधी बताकर वह रसूखदारों से दोस्ती करता था। जरूरत पडऩे पर उनकी मदद भी लेता था। पुलिस पूरे ङ्क्षसडिकेट की जांच कर रही है। लीज पर लिए गए थ्री स्टार होटल के मालिकाना हक के बारे में भी पुलिस जानकारी जुटा रही है।