झारखंड में डायन के आरोप में दो युवकों को खंभे से बांधकर पीटा, एक की आंख फोड़ी
jharkhand crime news झारखंड के गुमला जिले के सिसई क्षेत्र के लकेया गांव की यह घटना है। पुलिस चार आरोपितों को हिरासत में लिया है। कुल 11 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। अजय को खंभे से बांधकर आरोपितों ने पीटा। बचाने गए भाई से भी की मारपीट।
गुमला, जागरण संवाददाता। झारखंड विधानसभा में माब लिंचिंग के विरुद्ध कड़े दंड के प्रविधानों वाला विधेयक पारित हो चुका है, लेकिन अभी भी डायन-बिसाही के आरोप में लोगों को सामूहिक रूप से क्रूरता पूर्वक प्रताडि़त करने की घटनाएं नहीं रुकी हैं।
11 लोगों के खिलाफ सिसई थाने में प्राथमिकी
गुमला जिले के सिसई क्षेत्र में शनिवार देर रात एक ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां के लकेया गांव निवासी एक दंपती पर डायन-बिसाही का आरोप लगाते हुए गांव के कुछ लोगों ने उनके दो बेटों को खंभे से बांधकर पीटा और इनमें से एक की आंख फोड़ दी। इस संबंध में पुलिस मौके पर ही मौजूद चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। गांव के 11 लोगों के खिलाफ सिसई थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
पुलिस ने दोनों भाइयों को बचाया
पीड़ित संजय उरांव और अजय उरांव का कहना है कि लोगों ने उनके माता-पिता पर डायन-बिसाही का आरोप लगाते हुए दोनों को क्रूरता पूर्वक खंभे से बांधकर पीटा और डंडे से मारकर अजय की आंख फोड़ दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों भाइयों को बचाया। गंभीर रूप से घायल अजय उरांव को सिसई रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बिजली के खंभे से बांध कर पीटा
पीड़ित संजय उरांव ने बताया गांव के ही बोलवा उरांव, मोती उरांव, लकेया पंचायत के मुखिया सुकरा उरांव, प्रवीण उरांव, जगतपाल उरांव, विश्वनाथ उरांव, रोहित उरांव, अमित उरांव, विजय उरांव, रंथु उरांव, रमा उरांव ने शनिवार को करीब 8-9 बजे रात में बाइक से घर लौट रहे उसके छोटे भाई अजय उरांव को रास्ते में रोक लिया और बजली पोल से बांधकर पिटाई करने लगे। इस क्रम में उसकी बायीं आंख भी फोड़ दी।
बचाने पहुंचे तो मुझे भी पीटा
पीड़ित संजय उरांव ने बताया कि भाई को बचाने के लिए पहुंचा तो लोग मुझे भी बांधकर पीटने लगे। इस दौरान आरोपित कह रहे थे कि तुम दोनों डायन के बेटे हो, तुम्हारे माता-पिता डायन बिसाही करते हैं और लोगों की जान लेते हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों भाइयों की जान बचाई और अजय को अस्पताल में भर्ती कराया।
पहले भी की थी मारपीट
संजय का आरोप है कि पांच माह पूर्व भी आरोपितों ने उसके माता-पिता पर डायन-बिसाही का आरोप लगाकर मारपीट की थी। माता महादामिया देवी और पिता हरि उरांव ने थाना में प्राथमिकी दर्ज कराने पहुंचे थे तब मामला दर्ज नहीं लिया गया था। इसके बाद एसपी को भी लिखित आवेदन देकर कार्रवाई करने की मांग की गई थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई थी।