सेना बहाली दौड़ का अभ्यास कर रही नाबालिग को अगवा कर कार में तीन युवकों ने किया दुष्कर्म
jharkhand crime news रांची के चान्हो में नाबालिग का अपहरण कर कार सवार तीन युवकों ने किया सामूहिक दुष्कर्म। सुबह 5.30 बजे सड़क पर दौड़ लगा रही थी पीडि़ता। सहेलियों को भगाया फिर नाबालिग को उठा ले गए अपराधी।
रांची, जागरण संवाददाता। रांची जिले के चान्हो थाना क्षेत्र में रविवार को दो सहेलियों के साथ दौड़ का अभ्यास कर रही 15 वर्षीय नाबालिग का अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। घटना सुबह 5.30 बजे की है। पीडि़ता अपनी दो सहेलियों के साथ एनएच-75 पर दौड़ लगा रही थी। इसी बीच कार से आए तीन बदमाश दौड़ लगा रही नाबालिगों को खदेड़ने लगे। घबरा कर दो नाबालिग अपने गांव भाग गईं, जबकि एक पकड़ ली गई।
जबरन कार में बैठाकर रांची की ओर ले गए
कार सवार तीन अपराधियों ने पीड़िता को जबरन कार में बैठाकर रांची की ओर किसी सुनसान स्थान पर ले गए, फिर सामूहिक दुष्कर्म किया। हालांकि, किसी तरह पीडि़ता अपराधियों के चंगुल से निकलकर भागने में सफल रही। सुबह 9.30 बजे दौड़ते-भागते पीडि़ता गांव पहुंची। स्वजनों को पूरी घटना बताई।
तीन अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
इसके बाद स्वजन पीड़िता को लेकर चान्हो थाना पहुंचे। पीड़िता के बयान पर तीन अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। प्राथमिकी के बाद पीडि़ता की मेडिकल जांच कराई गई। टेक्निकल सेल की मदद से दो युवकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। हालांकि, समाचार लिखे जाने तक पुलिस ने आरोपितों की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है। ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।
पीड़िता को कंबल ओढ़ाया फिर कार में किया दुष्कर्म
पीड़िता के बयान के अनुसार, जहां से उसका अपहरण किया गया, वहां से उसके घर की दूरी महज दो किलोमीटर है। अपहरण करने के बाद तीनों अपराधी पीडि़ता को लेकर रांची की ओर बढ़े। इस दौरान चान्हो थाना क्षेत्र की सीमा पर टेढ़ी पुल के निकट रुककर अपराधियों ने लघुशंका किया। इसके बाद उसे चाकू का भय दिखाकर काफी दूर ले गए। बाद में उसके ऊपर कंबल ढंक दिया। फिर कार को सुनसान स्थान पर ले गए। बारी बारी से तीनों ने कार में ही दुष्कर्म किया। घटना को अंजाम देने के बाद कार सवार अपराधियों में से एक को पता चला कि उसका मोबाइल कहीं गिर गया है। तीनों अपराधी वापस टेढ़ी पुल के पास आए और मोबाइल खोजने लगे। इसी बीच मौके का फायदा उठाकर पीड़िता कार से उतरकर सड़क से नीचे खेत की ओर भाग गई। सोनचीपी गांव होते हुए पांच किलोमीटर की दूरी तय कर अपने घर पहुंची।
प्रतिदिन सड़क पर लगाती थी दौड़
पीड़िता कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में पढ़ती है। उसे सेना में बहाल होने का शौक है। अभ्यास के लिए प्रतिदिन गांव की लड़कियों के साथ चार- पांच किलोमीटर की दौड़ लगाती थी। प्रतिदिन की तरह रविवार को भी पीड़िता अपनी दो अन्य सहेलियों के साथ गांव से सुबह पांच बजे अभ्यास दौड़ के लिए निकली थी। गांव से दौड़ते हुए दो किलोमीटर दूर एनएच पर आ गई थी। इसी दौरान पाटुक से आगे बड़ा पुल के निकट अचानक उनके सामने आगे से आ रही एक कार रुकी और उनसे पूछा कि तुम लोग कहां जा रही हो? पीडि़ता ने उन्हें बताया कि वह अभ्यास दौड़ लगा रही है। इसके बाद कार सवार आगे निकल गए। कुछ दूर जाने के बाद कार सवार यू टर्न लेकर वापस आग गए और वहां कार से उतर कर तीन युवकों ने पकडऩे की नीयत से दौड़ाना शुरू किया। दो लड़कियां भाग निकली, लेकिन एक पकड़ ली गई।