कोरोना किट में भेजी जा रही एक्सपायरी दवा, डीपीएम को शो कॉज जारी, क्या है कोरोना किट में...
Jharkhand Corona Alert होम आइसोलेशन (Home Isolation) में रहने वाले लोगों को इंसिडेंट कमांडर (अंचलाधिकारी) के माध्यम से मुख्यमंत्री कोरोना राहत किट (Chief Minister Corona Relief Kit) में एक्सपायर दवा (Expired Medicine) दी जा रही है। मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है।
रांची, जागरण संवादाता। Jharkhand Corona Alert : होम आइसोलेशन (Home Isolation) में रहने वाले लोगों को इंसिडेंट कमांडर (अंचलाधिकारी) के माध्यम से मुख्यमंत्री कोरोना राहत किट (Chief Minister Corona Relief Kit) में एक्सपायर दवा (Expired Medicine) दी जा रही है। कोरोना किट (Corona Kit) में दवा के साथ सैनिटाइजर (Sanitizer) और मास्क (Mask) भी दिया गया है। लेकिन राहत किट बांटने में बड़ी लापरवाही सामने आयी है। किट में एंटी एलर्जी की दवा (Anti Allergy Medicine) (लेवोसेल-एम) लेवोसेट्रीजीन 11 नवंबर 2021 को ही एक्सपायर हो चुकी है, लेकिन इसके बाद भी यह दवा संक्रमितों तक पहुंचा दी गई। इसके बाद उपायुक्त छवि रंजन ने एक्सपायरी दवा के मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है।
चार स्टोर कीपर और डीपीएम को शो कॉज कर मांगा है जवाब
इस मामले को संज्ञान में लेते हुए उपायुक्त ने त्वरित कार्रवाई के निदेश दिए हैं। उपायुक्त ने कहा कि जो भी इसके लिए दोषी हैं, उस पर नियम संगत कार्रवाई की जाएगी। इधर, सिविल सर्जन डा विनोद कुमार ने सदर अस्पताल के चार स्टोर कीपर और डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम मैनेजर (डीपीएम) को शो कॉज कर जवाब मांगा है।
जिनके द्वारा भी गलती हुई है उस पर होगी विभागीय कार्रवाई
उन्होंने बताया कि जिनके द्वारा भी गलती हुई है उस पर विभागीय कार्रवाई जरूर होगी। दवा देने के समय यह जरूर जांचना चाहिए था कि वो कहीं एक्सपायर तो नहीं है। हालांकि उन्होंने माना है कि यह मानवीय भूल के कारण ही ऐसा हुआ है लेकिन दवा को लेकर विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।
बुंडू के एसडीओ को बनाया गया मामले का इंचार्ज
वहीं , इस पूरे मामले का इंचार्ज बुंडू के एसडीओ अजय कुमार को बनाया गया है। उन्होंने कहा कि इस मामले की जानकारी रांची उपायुक्त को दे दी गयी है। एसडीओ बुंडू ने कहा कि डीपीएम की ही इसमें लापरवाही दिख रही है। उन्होंने बताया कि इस मामले में जांच कर दोषी पर कार्रवाई की जाएगी।
उपायुक्त ने सिविल सर्जन को दिए कार्रवाई करने का आदेश
उपायुक्त ने कहा कि मेडिसिन किट में एक्सपायरी दवा के मामले में सदर अस्पताल प्रबंधन द्वारा भी संबंधित पदाधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल प्रबंधन की ओर से कहा गया कि कुछ किट पुराने थे, जिनमें लिवोसेम-एम नाम की दवा थी। ऐसे किट का वितरण होम आइसोलेटेड मरीजों को नहीं किया गया है। आज से जो किट होम आइसोलेटेड मरीजों को वितरित की गई हैं, उसमें यह दवाई नहीं है।
क्या है कोरोना किट में
मास्क, सैनिटाइजर, एजिथ्रॉल टैबलेट, पेंटाजोन, पैरासिटामोल, जिंक और विटामिन सी। साथ में खाने के बारे में पर्ची डाली गई है।
अस्पताल ने मरीजों के लिए जारी किया नोटिस
सिविल सर्जन ने एक्सपायरी दवा दिए जाने के बाद जन हित में नोटिस जारी कर कहा है कि वे लेवोसेट्रीजीन दवा नहीं खाएं। साथ ही इस दवा को वे सिविल सर्जन कार्यालय या उनके क्षेत्र के इंसिडेंट कमांडर से प्राप्त कर सकते हैं।