Jharkhand News: पंकज मिश्रा ने रिम्स में इलाज के दौरान जमकर उड़ाई नियमों की धज्जियां, ईडी का बड़ा खुलासा
Jharkhand News मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बरहेट विधानसभा क्षेत्र का विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा ने न्यायिक हिरासत में रिम्स में इलाज के दौरान जमकर नियमों की धज्जियां उड़ाई। ईडी को छानबीन में मिले सबूत को लेकर बड़ा खुलासा किया गया है।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand News 1000 करोड़ के अवैध खनन मामले में मनी लांड्रिंग के तहत अनुसंधान के दौरान गिरफ्तार पंकज मिश्रा का न्यायिक हिरासत में भी दबदबा कायम रहा। पंकज मिश्रा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बरहेट विधानसभा क्षेत्र का विधायक प्रतिनिधि है, जिसे ईडी ने इसी वर्ष गत 19 जुलाई को गिरफ्तार किया था। उसे 25 जुलाई को बीमार हालत में न्यायिक हिरासत में ही रिम्स में भर्ती कराया गया था, जहां अब भी वह इलाजरत है।
ईडी को छानबीन में पता चला है कि रिम्स में इलाजरत रहने के दौरान पंकज मिश्रा ने जेल मैनुअल की खुलकर धज्जियां उड़ाई और 27 जुलाई के बाद उसने विभिन्न व्यक्तियों से 300 बार बातचीत की। नौकरशाह से लेकर नेताओं तक को उसने फोन किया। काम कराने के लिए धमकाने से लेकर केस मैनेज कराने तक के लिए भी उसने काल किया था। धीरे-धीरे इससे जुड़े एक-एक तह खुलते जा रहे हैं।
ईडी ने यह खुलासा तब किया, जब उसे पता चला कि पंकज मिश्रा रिम्स के पेइंग वार्ड में इलाजरत रहते हुए फोन पर सबके संपर्क में है। इसके बाद ईडी ने औचक निरीक्षण में अक्टूबर महीने में पंकज मिश्रा के वार्ड में उसके दो चालक सूरज पंडित व चंदन को पकड़ा, जो अपने मोबाइल से पंकज मिश्रा की साहिबगंज के डीसी-एसपी से बात करवा रहे थे।
इसके बाद ईडी ने रिम्स से पंकज मिश्रा के वार्ड का सीसीटीवी फुटेज मंगवाया और पूरे मामले की छानबीन की, जिसमें वैसे चेहरे भी दिखे हैं, जिनसे ईडी बहुत जल्द पूछताछ करेगी। फिलहाल, जेल मैनुअल का उल्लंघन कर रिम्स के पेइंग वार्ड से मोबाइल पर बातचीत करने के मामले में जेल अधीक्षक से भी पांच दिसंबर को पूछताछ होनी है।
ईडी ने पंकज मिश्रा की जमानत याचिका के विरोध में कोर्ट को दी है यह जानकारी
ईडी ने रांची स्थित प्रभात कुमार शर्मा की विशेष अदालत में पंकज मिश्रा की जमानत याचिका के विरोध में कोर्ट को यह जानकारी दी है कि कैसे पंकज मिश्रा ने न्यायिक हिरासत में रहते हुए अपने पद का धौंस दिखाया। ईडी के अनुसार न्यायिक हिरासत में रहते हुए पंकज मिश्रा अपने सहयोगियों के माध्यम से अवैध गतिविधियों को अंजाम दे रहा है। ईडी ने ऐसे चार मोबाइल नंबरों की पहचान की है, जिसे ईडी ने जांच के उद्देश्य से जब्त किया है। पंकज मिश्रा न्यायिक हिरासत में रहते हुए स्वतंत्र रूप से मोबाइल का इस्तेमाल कर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों व अन्य प्रशासनिक अफसरों से बातचीत की। उसने मुख्यमंत्री का विधायक प्रतिनिधि होने का लाभ लिया। उसने अपने उपर लगे अपराध को मिटाने की भी कोशिश की है।