CM हेमंत सोरेन का काफिला रोकने का मामला: पुलिस के आला अफसरों पर भी गिर सकती है गाज
CM Hemant Soren Carcade Attack Case झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का काफिला रोकने के मामले में पुलिस की भूमिका पर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं। पुलिस ने इस बात को स्वीकार कर लिया है कि सीएम के काफिले के मूवमेंट में तय प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया।
रांची, नीलमणि चौधरी। Jharkhand CM Hemant Soren Carcade Attack Case मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का काफिला रोकने के मामले में पुलिस की भूमिका पर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं। पुलिस ने अपने आंतरिक जांच में इस बात को स्वीकार कर लिया है कि सीएम के काफिले के मूवमेंट में तय प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया। मामले की जांच के लिए गठित 2 सदस्यों की हाई पावर कमेंटी इस मामले में प्राप्त तथ्यों के आधार पर रांची जिले में पदस्थापित पुलिस के आला अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की अनुशंसा कर सकती है।
यह मामला सीधे तौर पर मुख्यमंत्री के सुरक्षित यातायात से जुड़ा है। लिहाजा सभी पहलुओं की बारीकी से पड़ताल की जा रही है। इधर, मामले में कोतवाली थाना प्रभारी बृज कुमार और सुखदेवनगर थाना प्रभारी सुनील कुमार तिवारी को हटाए जाने के बाद नए पदाधिकारियों की पोस्टिंग हुई है। कोतवाली थाना में इंस्पेक्टर शैलेश कुमार प्रसाद व सुखदेवनगर थाना में ममता कुमारी को नया जिम्मा सौंपा गया है। दोनों पदाधिकारियों ने आज अपना पदभार संभाला। वहीं, डोरंडा थाना के थानेदार रमेश कुमार सिंह को बनाया गया है।
इस बात की भी पड़ताल की जा रही है कि रांची में मुख्यमंत्री सहित तमाम वीआईपी मूवमेंट को लेकर प्रोटोकॉल का पालन किया जाता है अथवा नहीं। दरअसल, सीएम के काफिले को एस्कॉर्ट कर रही पुलिस की गाड़ी के प्रदर्शन स्थल तक पहुंचने के पूर्व तक हंगामे की सटीक सूचना चालक दल को नहीं दी गई। यही वजह रहेगी कि रास्ता साफ कराने वाली पुलिस वैन में सवार अधिकारी की प्रदर्शनकारियों से आमना सामना हो गया। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान पुलिस के आला अधिकारी मौके पर मौजूद नहीं थे। फिलहाल हाई लेवल कमेटी जिले के आला अधिकारियों की ओर से भेजी गई जॉइंट रिपोर्ट की विवेचना कर रही है।
सीएम का काफिला रोकने मामले में कोतवाली, सुखदेवनगर थानेदार लाईन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का काफिला गुजरने के सुरक्षा पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने के आरोप में एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने कोतवाली वह सुखदेव नगर थाना प्रभारी क्रमशः बृज कुमार एवं सुनील कुमार तिवारी को लाइन हाजिर कर दिया है। दोनों थानेदारों पर कार्रवाई ट्रैफिक एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग ढूंढ के जांच रिपोर्ट के आधार जांच रिपोर्ट पर हुई है। ट्रैफिक एसपी ने जांच कर रिपोर्ट एसएसपी को सौंप दी थी।
ट्रैफिक एसपी ने अपने जांच रिपोर्ट में कहा कि दोनों थानेदारों ने अति महत्वपूर्ण व्यक्ति के मूवमेंट के दौरान तय प्रोटोकॉल का अनुपालन नहीं हुआ। सीएम के मूवमेंट के दौरान विधि व्यवस्था संधारण हेतु अपेक्षित कार्रवाई नहीं की गई थी। एसएसपी द्वारा जांच रिपोर्ट मिलते ही एसएसपी सुरेंद्र झा ने दोनों थाना प्रभारी को तत्काल प्रभाव से पुलिस लाइन हाजिर किया है। दोनों थाना प्रभारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू करने के लिए डीआईजी के पास प्रस्ताव भेज दिया गया है।