न सास-बहू की किचकिच, न डायन की फांस; जानें झारखंड में क्यों बंद रहा लाखों घरों में TV
cable operator Strike. झारखंड केबल ऑपरेटर एसोसिएशन ने ट्राई के नए नियम के विरोध में सुबह सात से शाम सात बजे तक बंदी की घोषणा की है।
रांची, जासं। ट्राई के नए नियम के विरोध में गुरुवार को झारखंड केबल ऑपरेटर एसोसिएशन ने सांकेतिक केबल बंदी की घोषणा की है। ऐसे में गुरुवार सुबह से ही घरों के टेलीविजन सेेट बंद हैं। टीवी सीरियलों में घर-बार की मुश्किलों का हल तलाशने वाले परिवार बोरियत महसूस कर रहे हैं। इंटरटेनमेंट की सारी गुंजाइशें एकबारगी बंद होने से लोग न तो अपनी पसंदीदा चैनल देख पा रहे हैं, न ही मनपसंद सीरियल। घरों में स्थिति यह है कि बच्चे, बुजुर्ग से लेकर मां-बहनें और पत्नियां भी बात-बात पर बिदक जा रही हैं। केबल आपरेटर की हड़ताल के कारण गुरुवार सुबह सात बजे से शाम सात बजे तक चैनलों का प्रसारण बंद है। एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश सिन्हा ने बताया कि बंदी के कारण केबल उपभोक्ताओं के टीवी दिनभर बंद रहेंगे। इस दौरान उपभोक्ता मनोरंजन, खेल, समाचार आदि कोई भी चैनल नहीं देख पा रहे हैं।
सांकेतिक बंदी ट्राई के नए नियम के विरोध में है जिसके मुताबिक 31 जनवरी के पहले केबल टीवी ग्राहकों को अपना मनपसंद चैनल चुन लेना है। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो वे कोई भी चैनल नहीं देख पाएंगे। इसके लिए ट्राई ने चैनलों की प्राइस लिस्ट जारी की है। जिसके हिसाब से वे चैनलों का पैकेज तैयार कर सकते हैं।
झारखंड केबल ऑपरेटर एसोसिएशन का कहना है कि इस नियम के बाद वर्तमान में जो चैनल 200 से 250 रुपये में मिल रहे हैं उनकी कीमत 500 से 600 रुपये हो जाएगी। इससे उपभोक्ताओं को परेशानी होगी। अभी तक केबल ऑपरेटर द्वारा पोस्टपेड सर्विस दी जा रही है वहीं नए नियम के बाद यह सेवा प्रीपेड हो जाएगी।