Jharkhand Politics: दीपक प्रकाश का हेमंत सरकार पर बड़ा हमला... कहा- सत्ता से बाहर नहीं करेंगे, तब तक चैन से नहीं सोएंगे
Jharkhand Political News हजारीबाग में आयोजित भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति बैठक में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चल रही सरकार पर बड़ा हमला करते हुए उसे उखाड़ फेंकने का आह्वान भाजपा कार्यकर्ताओं से किया है।
हजारीबाग, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Political News भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चल रही सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान भाजपा कार्यकर्ताओं से किया है। हजारीबाग में आयोजित भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति बैठक में उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संकल्प दिलाया कि वे राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष जारी रखे और नकेल कसें। कहा, हम जब तक इस सरकार को सत्ता से बाहर नहीं करेंगे, तब तक चैन की नींद नहीं सोएंगे।
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास, विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी समेत कार्यसमिति के सभी सदस्य मौजूद थे।
भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति बैठक में मौजूद नेता।
हमारा लक्ष्य हमेशा आगे बढ़ना
कार्यसमिति के उद्घाटन सत्र में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में जोश भरा। कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता होने के नाते हमारा लक्ष्य हमेशा आगे बढ़ना है। संघर्ष करना है, तब तक विराम नहीं लेना है जब तक लक्ष्य नहीं प्राप्त कर लें। हम सब मिलकर रावण राज्य को खत्म करने करेंगे।
मधु कोड़ की सरकार से ज्यादा आज भ्रष्टाचार देखने को मिल रहा
उन्होंने कहा कि आज झारखंड की जो स्थिति है, वैसी पहले कभी नहीं थी। मधु कोड़ की सरकार के कार्यकाल से भी अधिक भ्रष्टाचार आज देखने को मिल रहा है। कहा कि अब तो हद हो गई है, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन स्वयं अपने नाम पर पत्थर की लीज ले रहे हैं, उनके भाई ने भी लीज लेने का काम किया। उनकी साली और पत्नी ने भी इंडस्ट्रियल एरिया में जमीन लेने का काम किया। अति तो तब हो गई जब उनके प्रेस सलाहकार और विधायक प्रतिनिधि ने भी लीज ली।
मामला उठाने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं को बधाई
उन्होंने कहा कि मैं बधाई देने चाहता हूं भाजपा के एक-एक कार्यकर्ताओं को जिन्होंने इस मामले उठाया। इसी का परिणाम है कि चुनाव आयोग में आज यह मामले लंबित हैं। बहुत जल्द चुनाव आयोग का निर्णय भी सामने आएगा। प्रकाश ने आपराधिक आंकड़ों का हवाला देते हुए झारखंड सरकार पर निशाना साधा। कहा कि सरकारी आंकड़े बताते हैं कि वर्तमान सरकार के 27 माह के कार्यकाल में 4153 लोगों की हत्या हुई। 3741 बहनों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं हुईं और 766 नक्सली घटनाएं घटीं। राज्य की स्थिति भयावह है।
आने वाला समय भाजपा का
दीपक प्रकाश ने भाजपा कार्यकर्ताओं को टास्क सौंपते हुए कहा कि आप जिस क्षेत्र, टोले या मुहल्ले से आते हैं वहां संघर्ष जारी रखे। कहा, इसलिए हमें संघर्ष करना है। आगे बढ़ना है और परिणाम तक पहुंचना है। भराेसा दिलाया कि आने वाला समय भाजपा का है। उन्होंने कार्यकर्ताओं की जवाबदेही तय करते हुए कहा कि हर कार्यकर्ता यहां होने वाले संवाद को नीचे तक पहुंचाए। यह भी कहा कि हर कार्यकर्ता को अपना सेल्फ एसेसमेंट करना है कि पार्टी के लिए हमने कितना किया।
आदिवासी हितों की बात करने वालों ने ही आदिवासियों को छला
दीपक प्रकाश ने कहा कि आदिवासी हितों की बात करने वाली इस सरकार ने सबसे ज्यादा आदिवासियों को ही छला है। कहा कि आइएएस पूजा सिंघल के पास से जो नकद मिला वो किसका पैसा था। वो वो झारखंड के आदिवासियों के हितों के लिए केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए पैसे थे, जिसको हड़पने का काम किया गया। कहा, सरकार में बैठे लोगों ने साहिबगंज के पहाड़ों को सफाचट्ट कर दिया। इसका श्रेय हेमंत सोरेन को जाता है। आदिवासियों को विस्थापित करने का काम भी हेमंत सोरेन ने किया। आदिवासी-मूलवासी के हित की बात करते हैं लेकिन इनके इर्द-गिर्द कोई भी आदिवासी नहीं है।
गांव की सरकार भी भाजपा की ही होगी
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि आज जनता में आक्रोश है और इस जनाक्रोश की परिणति त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में देखने को मिल रही है। पंचायत चुनाव में सबसे ज्यादा भाजपा के कार्यकर्ता जीत रहे हैं, अभी तो आधा चुनाव परिणाम आया है। दावा किया कि गांव की सरकार भी भाजपा की ही सरकार होगी।
न रोजगार मिला, न बेरोजगारी भत्ता
दीपक प्रकाश ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि इन्होंने विधानसभा चुनाव से पूर्व वादा किया था कि हमारी सरकार बनेगी तो पांच लाख लोगों को राेजगार मिलेगा। पांच लाख तो छोड़ दीजिए, पांच सौ लोगों को भी रोजगार नहीं मिला। उन्होंने घोषणा की थी कि अगर रोजगार नहीं देगें तो बेरोजगारी भत्ता देंगे। लेकिन आज तक किसी के हाथ में बेरोजगार भत्ता नहीं आया। सौ यूनिट मुफ्त बिजली देने की घोषणा की थी, लेकिन एक यूनिट भी मुफ्त नहीं मिली। इस जनविरोधी सरकार ने होल्डिंग टैक्स में लगातार वृद्धि की है। कृषि बाजार पर अतिरिक्त टैक्स लगाने का काम किया है।