सीएनटी वापसी पर कांग्रेस दफ्तर में फूटे पटाखे
रांची : राज्य सरकार द्वारा सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन वापसी पर श्रेय बटोरने की राजनीति शुरू हो
रांची : राज्य सरकार द्वारा सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन वापसी पर श्रेय बटोरने की राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस दफ्तर में गुरुवार को अरसे बाद इस खुशी में पटाखे छोड़े गए। कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे का मुंह मीठा कराया। काग्रेस नेताओं ने इसे रघुवर सरकार की हठधर्मिता की हार एवं जनता की जीत बताया। इससे पहले मीडिया से मुखातिब प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत और विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि यह पार्टी के आंदोलन का परिणाम है। सुखदेव भगत ने यह भी कहा कि सदन में सरकार की घोषणा से लोगों को राहत मिली है। इसका व्यापक असर पड़ेगा। भविष्य में इस प्रकार की कोई कार्रवाई हुई तो फिर से प्रबल विरोध होगा। उन्होंने पार्टी के विधानसभा घेराव कार्यक्रम के दौरान पुलिसिया अत्याचार का जिक्र करते हुए कहा कि जगह-जगह गाड़ियां रोकी गई। जांच के नाम पर कार्यकर्ताओं के साथ बुरा व्यवहार किया गया। पार्टी के पोस्टर-बैनर उतार दिए गए। आरोप लगाया कि सरकार लाठी-गोली के दम पर राज करना चाहती है। कांग्रेस इसका पुरजोर विरोध करेगी। अगर सरकार का रवैया नहीं सुधरा तो कांग्रेस पूरे राज्य में जनता कर्फ्यू लगाएगी।
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झुकना पड़ा सरकार को : सुबोधकांत सहाय
पूर्व केंद्रीयमंत्री सुबोधकांत सहाय ने सीएनटी-एसपीटी एक्ट संशोधन विधेयक की वापसी पर खुशी का इजहार किया है। उन्होंने कहा कि सरकार की अहंकार हारी और झारखंडी जनमानस की जीत हुई। सरकार को आंदोलन के क्रम में लादे गए सारे मुकदमे वापस लेना चाहिए। इस आदोलन के दौरान लोगों द्वारा किए गए प्रयास सराहनीय हैं। यही वजह है कि सरकार को आखिरकार झुककर इस एक्ट को वापस लेना पड़ा।
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