Jharkhand Board Result: परीक्षा पैटर्न बदला तो रिजल्ट में टूटा रिकार्ड... 12वीं कला में 97.43 व कामर्स में 92.75 प्रतिशत स्टूडेंट पास
JAC 12th Arts Commerce Result 2022 बारहवीं विज्ञान के बाद वाणिज्य और कला में भी बेटियों का परचम। हजारीबाग की छात्रा मानसी साहा कला तथा चंद्रपुरा-बोकारो की निक्की कुमारी वाणिज्य में स्टेट टापर। बारहवीं कला में 97.43 प्रतिशत तथा वाणिज्य में 92.75 प्रतिशत परीक्षार्थी पास हुए हैं।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड सरकार ने झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) की दसवीं एवं बारहवीं की परीक्षा का पैटर्न बदला तो परिणाम का रिकार्ड टूटा। बारहवीं विज्ञान के बाद अब कला और वाणिज्य संकाय की परीक्षा में भी रिकार्ड तोड़ परिणाम हुआ। गुरुवार को शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो द्वारा जैक सभागार में जारी परिणाम में बारहवीं कला में 97.43 प्रतिशत तथा वाणिज्य में 92.75 प्रतिशत परीक्षार्थी उत्तीर्ण घोषित हुए। दोनों संकायों में पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष क्रमश: लगभग दो प्रतिशत तथा सात प्रतिशत अधिक परिणाम हुआ।
सबसे बड़ी बात यह है कि बारहवीं विज्ञान के बाद कला और वाणिज्य में भी लड़कियों ने मारी बाजी। दोनों संकायों में स्टेट टापर जहां लड़कियां रहीं, वहीं टाप टेन में उनका ही वर्चस्व रहा। वाणिज्य में तो टाप छह में शामिल 12 छात्राएं ही हैं।
जारी परिणाम में हजारीबाग के किसान मजदूर इंटर कालेज की छात्रा मानसी साहा कला में तथा चंद्रपुरा-बोकारो स्थित डीवीसी प्लस टू हाई स्कूल की छात्रा निक्की कुमारी वाणिज्य में स्टेट टापर घोषित हुई। कला में परीक्षा में शामिल विद्यार्थियों में 96.94 प्रतिशत सफल घोषित किए गए, जबकि 97.76 प्रतिशत छात्राएं सफल रहीं। इसी तरह, वाणिज्य में जहां छात्रों का परिणाम 91.29 प्रतिशत रहा, वहीं परीक्षा में शामिल छात्राओं में 94.49 प्रतिशत सफल हुईं।
बता दें कि इंटरमीडिएट विज्ञान में परीक्षा में शामिल छात्रों में 92.16 प्रतिशत को सफलता मिली थी, जबकि छात्राओं में 92.24 प्रतिशत छात्राएं उत्तीर्ण हुई थीं। बता दें कि इंटरमीडिएट विज्ञान का रिजल्ट 92.19 प्रतिशत रहा था जो भी इस संकाय का एक रिकार्ड था।
व्यावसायिक शिक्षा में भी 92.13 प्रतिशत परीक्षार्थी सफल
बारहवीं व्यावसायिक शिक्षा में भी 92.13 प्रतिशत परीक्षार्थी सफल घोषित हुए हैं। इस परीक्षा में 508 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे, जिनमें 468 उत्तीर्ण हुए। इनमें 247 प्रथम तथा 221 द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए।
वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाने का मिला लाभ
इस बार बारहवीं की परीक्षा दो टर्म की एक साथ ली गई थी। पहले टर्म की परीक्षा ओएमआर शीट पर ली गई, जिसमें वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे गए थे। वहीं, दूसरे टर्म की परीक्षा में लघु उत्तरीय, दीर्घ उत्तरीय तथा विषयनिष्ठ प्रश्न पूछे गए थे। जानकारों का कहना है कि आधे प्रश्न वस्तुनिष्ठ प्रकार के पूछे जाने के कारण परीक्षार्थियों ने अच्छा स्कोर किया। बता दें कि इस बार 75 प्रतिशत सिलेबस से प्रश्न पूछे गए थे। कोरोना के कारण लंबे समय तक स्कूल बंद थे। इस कारण सिलेबस में 25 प्रतिशत की कटौती की गई थी।
वाणिज्य
- 76.94 प्रतिशत परीक्षार्थी प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण, 15.53 प्रतिशत परीक्षार्थी द्वितीय तथा 0.28 प्रतिशत तृतीय श्रेणी से उत्तीर्ण।
कला
- 51.23 प्रतिशत परीक्षार्थी प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण।- 44.46 प्रतिशत परीक्षार्थी द्वितीय तथा 1.73 प्रतिशत तृतीय श्रेणी से उत्तीर्ण।