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बच्ची का तर्क, दुर्घटना रोकने को सेंसर की जगह दर्पण उचित नहीं

जागरण संवाददाता रांची वैली एरिया में दुर्घटना रोकने के लिए सड़क किनारे सेंसर लगाना महं

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 Jan 2020 11:29 PM (IST)Updated: Sun, 19 Jan 2020 02:38 AM (IST)
बच्ची का तर्क, दुर्घटना रोकने को सेंसर की जगह दर्पण उचित नहीं
बच्ची का तर्क, दुर्घटना रोकने को सेंसर की जगह दर्पण उचित नहीं

जागरण संवाददाता, रांची : वैली एरिया में दुर्घटना रोकने के लिए सड़क किनारे सेंसर लगाना महंगा होगा। हम कम खर्च में दर्पण भी लगा सकते हैं? नहीं सर, दर्पण रात में काम नहीं करेगा और दिन में भी दर्पण पर सूर्य की रोशनी पड़ेगी और फिर रिफलेक्ट हो कर ड्राइवर की परेशानी बढ़ाएगी और दुर्घटना नहीं रुकेगी। वैरी गुड। यह सवाल-जवाब हो रहा था माध्यमिक शिक्षा निदेशक जटाशंकर चौधरी और सेठ सुखीराम बालिका मवि धनबाद की कक्षा सातवीं की छात्रा काजल कुमारी वर्मा के बीच। मौका था जिला स्कूल के कैंपस में शनिवार को आयोजित इंस्पायर अवार्ड मानक के अंतर्गत राज्य स्तरीय प्रदर्शनी सह प्रोजेक्ट प्रतियोगिता का। जवाब से खुश होकर निदेशक ने छात्रा से हाथ मिलाकर शाबासी दी फिर आगे बढ़ गए।

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निदेशक लगभग सभी मॉडलों को देखा और बच्चों से खूब सवाल-जवाब कर उनकी वैज्ञानिक सोच को परखा। जहां बच्चे अटकते थे, वहां प्यार से समझाया। मॉडलों में कमी दिखी तो उसे और बेहतर बनाने के लिए प्रेरित भी किया। इससे पहले कार्यक्रम का उद्घाटन निदेशक ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उन्होंने बच्चों की प्रतिभा की तारीफ की। साथ ही कहा कि हमें विश्वास है कि हमारे बच्चे राष्ट्रीय स्तर पर भी बेहतर प्रदर्शन करेंगे।

प्रदर्शनी का अवलोकन राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के निदेशक डॉ. शैलेष कुमार चौरसिया ने भी किया। उन्होंने बाल वैज्ञानिकों के इनोवेटिव आइडिया की प्रशंसा की। मंच संचालन प्राचार्य अशोक कुमार सिंह ने किया। मौके पर आरडीडीइ मिथिलेश कुमार सिन्हा, प्राचार्य आशुतोष कुमार, सुधीर कुमार, सुमित कुमार सहित अन्य थे। 10 मॉडल जाएंगे राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में

राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में 69 मॉडलों ने भाग लिया। इसमें 10 का चयन राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता जो अप्रैल में नई दिल्ली में होगी के लिए किया गया। समारोह में सभी चयनित प्रतिभागियों को मेडल देकर व भाग लेने वालों को प्रतिभागिता प्रमाणपत्र दिया गया। नाम- स्कूल

शहनवाज आलम- डीएवी हजारीबाग

मंटू पानी- केजीबीवी पू. सिंहभूम

सुमित कुमार- लिटिल फ्लावर स्कूल, पू. सिंहभूम

देवराज कर्मकार- डीबीएमएस कदमा उवि पू सिंहभूम

प्रदुमन राज- सुरेंद्रनाथ सेंटेनरी, रांची

अंशु कुमारी- गवर्मेट मवि भरनो

कविता कुमारी- गवर्मेट बेसिक अपग्रेड उवि लोहरदगा

अनुष्का कच्छप- एसएस प्लस टू उवि कोलिबेरा

कौशल कुमार- प्रोजेक्ट उवि चंदवा लातेहार छात्रा ने कहा इजरायल को भी दे सकते टक्कर

टाटा वर्कर यूनियन उवि कदमा की छात्रा सुकरमुनि तिवू ने स्मार्ट फार्मिग को मॉडल में उतारा। निदेशक जटाशंकर चौधरी ने छात्रा से उसकी विशेषता पूछा तो छात्रा ने स्मार्टली जवाब दिया। उसने बताया कि हम फार्मिग की तकनीक में इजरायल को भी टक्कर दे सकते हैं। छात्रा के आत्मविश्वास से निदेशक काफी प्रभावित हुए। प्लस टू हाई स्कूल बड़कागांव के छात्र पवन कुमार सिंचाई में पानी की कम खपत के उपाय बताए। निदेशक ने कहा कि वर्तमान में 75 प्रतिशत वाटर की खपत सिंचाई में हो जाती है। हम 40 मिलियन टन चावल बाहर भेजते हैं। उन्होंने कहा कि हम कितना उत्पादन करें यह देखना चाहिए, क्योंकि पानी की कमी होती जा रही है।


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