Surgical Strike2: इनकी तीन पीढ़ियों ने उड़ाया फाइटर प्लेन, पिता कैप्टन-बेटा स्क्वाड्रेन लीडर
Surgical Strike2. भारतीय वायु सेना का फाइटर पायलट होने पर ग्रुप कैप्टेन आरआर प्रसाद को गर्व है। उनका बेटा में अश्विन प्रसाद फाइटर पायलट के तौर पर श्रीनगर में तैनात है।
रांची, [जागरण स्पेशल]। आज मुझे बहुत गर्व है कि पहले मैं भारतीय हूं, दूसरे कि भारतीय वायु सेना में फाइटर पाइलट रहा हूं और तीसरे भारतीय वायु सेना के एक फाइटर पाइलट का पिता हूं और ऑनरेरी कैप्टन बैजनाथ प्रसाद का बेटा भी हूं। मेरी तीन पीढ़ी सेना में है। आज की कार्रवाई तो एक टेलर है, बहुत कुछ होना बाकी है। पाकिस्तान के खिलाफ वायु सेना की कार्रवाई पर अपनी पहली प्रतिक्रिया देते हुए मैक्लुस्कीगंज निवासी भारतीय वायु सेना के पूर्व ग्रुप कैप्टन राजकिशोर प्रसाद ने उक्त बात कही।
मंगलवार सुबह पाकिस्तान के आतंकी कैंपों पर हमले के बारे में प्रसाद ने कहा कि एयर फोर्स ने पाकिस्तान को अच्छा सबक सिखाया। इसे वह बहुत दिनों तक भूल नहीं सकेगा। उन्होंने कहा कि एयर फोर्स के अलावा आर्मी और नेवी का भी इस ऑपरेशन में उतना ही योगदान है। जब हमारे फाइटर प्लेन हमले के लिए निकले होंगे, उस वक्त हमारी आर्मी और नेवी अपने-अपने स्तर पर जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार होंगी।
यदि पाकिस्तान मिसाइल से हमारे प्लेन पर हमले की कोशिश करता, तो आर्मी के एंटी मिसाइल उसे हवा में ही नष्ट कर देते। नेवी के सबमरीन भी हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार होंगे। उन्होंने बताया कि बमवर्षक विमानों की मदद के लिए दूसरे फाइटर प्लेन भी इस मिशन का हिस्सा होंगे। अलग-अलग बेस पर फाइटर प्लेन पूरी तैयारी में होंगे। मेरा बेटा भी अभी श्रीनगर में ही तैनात है। कहा कि एक फाइटर पाइलट के लिए हर पल जोखिम होता है, परंतु हमारे जाबांज इतने एक्सपर्ट हैं कि दुश्मन को खबर भी नहीं लगी।
32 वर्षों तक वायु सेना में रहे अधिकारी : प्रसाद 32 वर्षों तक वायु सेना में अधिकारी रहे। 25 फरवरी 2013 को वे अवकाशप्राप्त हुए हैं। उनके बेटे अश्विन प्रसाद भारतीय सेना में स्क्वाड्रेन लीडर हैं। आरके प्रसाद के पिता स्व. बैजनाथ प्रसाद भी आर्मी में ऑनेररी कैप्टन थे, जो 1962, 1965 तथा 1971 वार का हिस्सा थे।