शिक्षकों के प्रमोशन पर जल्द आएगा Good News, सरकार लेने जा रही बड़ा फैसला...
शिक्षकों की प्रोन्नति को लेकर शिक्षक संघ जल्द ही सरकार पर दबाव बनाने की रणनीति पर काम करेगा। इसके लिए शिक्षा विभाग का ध्यान आकृष्ट कराने को लेकर संघ की ओर से पहल शुरू की जा रही है।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand News राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ माध्यमिक प्रकोष्ठ, झारखंड की शनिवार को हुई बैठक में शिक्षकों की लंबित प्रोन्नति को लेकर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग का ध्यान आकृष्ट कराने का निर्णय लिया गया है। साथ ही अनुकंपा शिक्षकों को यथाशीघ्र ग्रेड-वन से ग्रेड-टू में प्रोन्नति दिलाने की मांग की जाएगी।
बैठक में एक कार्यक्रम के दौरान वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव द्वारा दिए गए बयान के विरोध में महासंघ ने सर्वसम्मति से निंदा प्रस्ताव पारित किया। साथ ही शिक्षकों की गैर शैक्षणिक कार्यों में प्रतिनियुक्ति का एक स्वर में विरोध किया गया। बैठक में अमरनाथ झा, आशुतोष कुमार, विजय बहादुर सिंह, सुनील कुमार, पंकज कुमार आदि शामिल थे।
इधर, झारखंड प्रगतिशील शिक्षक संघ ने वित्त मंत्री के बयान के विरोध में टि्वटर अभियान चलाया। संघ के पदाधिकारियों के अनुसार, इस अभियान के तहत 5500 ट्विट किए गए तथा लगभग 7,5000 यूजर ने इसे देखा। 18 तथा 20 सितंबर को बैठक कर आंदोलन की अगली रणनीति तय की जाएगी।
कोरोना की तीसरी लहर से निपटने में अफसरों की कमी
स्वास्थ्य विभाग में पदाधिकारियों की कमी कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने में बाधा बन सकती है। यह कहना है स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह का। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग में पदाधिकारियों की कमी तथा कोरोना की संभावित तीसरी लहर का हवाला देते हुए कार्मिक विभाग से अविलंब पदाधिकारियों के रिक्त पदों पर पदस्थापन का अनुरोध किया है।
अपर मुख्य सचिव के अनुसार, स्वास्थ्य विभाग के वर्तमान तीन पदाधिकारी चिकित्सा अवकाश पर हैं। इनमें विशेष सचिव चंद्रकिशोर उरांव, अपर सचिव प्रभात कुमार तथा संयुक्त सचिव बाधमारे प्रसाद कृष्ण शामिल हैं। वहीं, संयुक्त सचिव दिलेश्वर महतो का तबादला परिवहन विभाग में कर दिया गया है। विभाग में विशेष सचिव के एक पद हैं जो पदाधिकारी के अवकाश पर जाने से रिक्त हैं।
इसी तरह अपर सचिव के दोनाें पद रिक्त हैं। संयुक्त सचिव के चार पदों में दो रिक्त हैं। वहीं, उपसचिव के छह पदों में तीन तथा अवर सचिव के 15 पदों के पांच पद रिक्त हैं। बता दें कि पद रिक्त रहने के कारण उपलब्ध पदाधिकारियों को कई प्रकार की जिम्मेदारियां दी गई हैं।