मूल्याकन से अनुपस्थित रहे तो होगी कार्रवाई, वाहन नहीं है तो कैब से पहुंचें
झारखंड एकेडमिक काउंसिल की मैट्रिक व इंटरमीडिएट की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू होगा।
जागरण संवाददाता, राची : झारखंड एकेडमिक काउंसिल की मैट्रिक व इंटरमीडिएट की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्याकन 28 मई से शुरू हो रहा है। सभी केंद्रों पर कोरोना से बचाव के सारे उपाय किए गए हैं। बिना सक्षम अनुमति के मूल्याकन कार्य से अनुपस्थित होने वाले परीक्षकों पर सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। जिन शिक्षकों के पास अपना वाहन नहीं है वे कैब बुक करके मूल्याकन केंद्र पर पहुंचे। ये बातें राची जिला शिक्षा पदाधिकारी मिथिलेश कुमार सिन्हा ने कही। वे मंगलवार को बीआरसी सभागार में मूल्याकन केंद्र निदेशकों के साथ बैठक में उन्हें निर्देश दे रहे थे। डीइओ ने कहा कि बच्चों के भविष्य का भी ध्यान रखें। जल्द मूल्याकन कार्य समाप्त कर बच्चों के हाथ में रिजल्ट देना है। हम सभी अपनी जिम्मेदारी का सही तरह से निर्वहन करें। कहा, बालकृष्णा प्लस टू विद्यालय मुल्याकन केंद्र को बदलकर उर्सुलाइन कान्वेंट बालिका उच्च विद्यालय किया गया है। बालकृष्णा में प्रतिनियुक्त शिक्षक नए केंद्र पर पहुंचेंगे।
-------------
मास्क, सैनिटाइजर से लेकर थर्मल स्कैनर
जैक ने सभी केंद्रों को थर्मल स्कैनर देगा। सभी केंद्र पर अटेंडेंस रजिस्टर के अलावा एक और रजिस्टर रखना है जिसमें सभी परीक्षकों के हर दिन का शरीर का टेंपरेचर लिखकर रखना है। जैक की ओर से मास्क व सैनेटाइजर की एक-एक बॉटल सभी परीक्षकों को दी जाएगी। केंद्र पर हर दिन ब्लीचिंग पाउडर से सफाई रखनी है। साबुन व पानी की भी उचित व्यवस्था करना है। नगर-निगम की ओर से केंद्र को हर दिन सैनिटाइज करने के लिए पत्र लिखा गया है। साथ ही सिविल सर्जन से चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है। मूल्याकन कार्य सुबह 9 बजे से शाम पाच बजे तक चलेगा। परीक्षकों को 8:30 बजे ही पहुंचने के लिए कहा गया है ताकि उनकी थर्मल स्क्रीनिंग हो सके।
----------------
नियुक्ति पत्र होगा लॉक डाउन का पास
परीक्षा केंद्र पर केवल केंद्र निदेशक व को-आíडनेटर को ही मोबाइल रखने की इजाजत दी गई है। साथ ही मोबाइल में आरोग्य सेतु एप होना जरूरी है। परीक्षक मोबाइल नहीं रखेंगे। उत्तरपुस्तिका या अन्य सामाग्री पहुंचाने वाले कर्मी को ग्लब्स पहनना है। परीक्षक को अपने साथ टिफिन-पानी साथ लाना है। केंद्र में प्रवेश के बाद बीच में नहीं निकलने दिया जाएगा। शिक्षकों से कहा गया कि परिचय पत्र एवं नियुक्ति पत्र को लॉकडाउन पास के तौर पर प्रयोग करेंगें।