मानव तस्कर प्रभा मुनि मिंज को झारखंड हाई कोर्ट ने दी जमानत
Jharkhand High Court. मानव तस्करी के लिए कुख्यात प्रभा मुनि को झारखंड उच्च न्यायालय ने औपबंधिक जमानत दे दी है।
रांची, राज्य ब्यूरो। मानव तस्करी की आरोपी और ऑल इंडिया क्रिश्चियन माइनॉरिटी फ्रंट की उपाध्यक्ष होने का दावा करने वाली प्रभा मुनि मिंज को झारखंड हाई कोर्ट से राहत मिल गई है। उच्च न्यायालय ने सोमवार को प्रभा की जमानत अर्जी पर सुनवाई करते हुए उसे 28 मार्च तक प्रोविजनल बेल प्रदान की है। हाईकोर्ट में प्रभा मुनि को 28 मार्च को पेश होना होगा। जस्टिस एबी सिंह की अदालत ने प्रभा मुनि के वकीलों का पक्ष सुनने के बाद उसे औपबंधिक जमानत दे दी।
मानव तस्करों की सूची में टॉप पर है प्रभा मिंज
प्रभा मुनि मिंज सीआइडी से जारी मानव तस्करों की सूची में टॉप पर है। उसका पूर्व में एक ऑडियो क्लिप भी जारी हुआ था। जारी ऑडियो में उसने अपनी गिरफ्तारी नहीं होने के पीछे एक पुलिस अधिकारी को मैनेज करने की बात स्वीकारी है।
500 करोड़ की मालकिन है प्रभा मुनि मिंज
बता दें कि सितंबर 2018 में दिल्ली में गिरफ्तार झारखंड की वांछित मानव तस्कर प्रभा मिंज मुनि ने तब दिल्ली एटीएस की पूछताछ में कई खुलासे किए थे। पूछताछ में यह भी स्पष्ट हुआ था कि मानव तस्करी के पैसे से उसने करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है। सिर्फ दिल्ली के पंजाबी बाग में 250 करोड़ के भूखंड पर आलीशान मकान बना हुआ है। वहीं, अपनी बेटी जो फिल्म उद्योग से जुड़ी है की फिल्म निर्माण के लिए पांच करोड़ रुपये का निवेश भी किया है।
जिस दिन प्रभा मुनि मिंज गिरफ्तार की गई थी, उसी दिन दिल्ली में करमा महोत्सव का मेला था, जिसमें झारखंड से तस्करी कर ले जाई गई घरेलू नौकरानियां शामिल थीं। उसका पति रोहित कुमार मुनि खगडि़या में एक महासभा में शामिल होने गया था। पूछताछ में यह भी जानकारी मिली है कि प्रभा मिंज छत्तीसगढ़ में भी एक आलीशान मकान बनवा रही थी।
प्रभा को सिमडेगा से चुनाव लड़ाने की थी तैयारी
मानव तस्कर प्रभा मिंज मुनी को कुछ लोग सिमडेगा से चुनाव लड़ाने की तैयारी कर रहे थे। प्रभा मिंज मुनि ऑल इंडिया क्रिश्चियन माइनॉरिटी फ्रंट की उपाध्यक्ष भी है। सिमडेगा में मिशनरी के सहयोग से वह चुनाव लड़ने वाली थी। उसने एटीएस को पूछताछ में यह भी बताया था कि उसका एक भाई छत्तीसगढ़ में पास्टर है। वह चार बहन है। उसका दिल्ली में जहां कार्यालय संचालित हो रहा है, वह लंदन में कार्यरत एक पंजाबी परिवार का बिल्डिंग है।
फेसबुक के माध्यम से प्रभा तक पहुंची पुलिस
प्रभा मिंज पुलिस के लिए वांछित थी। विशेष शाखा झारखंड की सोशल मीडिया सेल ने जब फेसबुक पर उसके अपडेट पोस्ट को देखा तो इसकी सूचना दिल्ली पुलिस को दी गई। इसके बाद ही दिल्ली पुलिस की विशेष टीम ने प्रभा मिंज को गिरफ्तार किया। उसने फेसबुक पर झारखंड से लेकर दिल्ली तक के वरिष्ठ नेताओं की तस्वीर शेयर की थी। वहीं, अपनी बेटी की फिल्म का प्रमोशन भी किया था। प्रभा मिंज की बेटी दीपशिखा मिंज नागपुरी फिल्म व नागपुरी एलबम की अभिनेत्री है।
इस तरह फांसती थी लड़कियों को
दिल्ली के पश्चिमी जिले से गिरफ्तार झारखंड पुलिस के लिए फरार कुख्यात मानव तस्कर प्रभा मिंज मुनि (42) से पूछताछ जारी है। उसने फेसबुक पर झारखंड के कई दिग्गज नेताओं सहित राजनीति व पुलिस से जुड़े अधिकारियों के साथ अपनी तस्वीरें शेयर की थी। वह फेसबुक के माध्यम से लड़कियों को अच्छी नौकरी का सपना बेचती थी, उन्हें फांसकर उनकी तस्करी करती थी। झारखंड के सिमडेगा जिले में वर्ष 2013 में प्रभा मिंज मुनि के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज है। वह फरार थी। उसके विरुद्ध सरकार ने 25 हजार रुपये का इनाम भी रखा है। खुद को एक स्वयंसेवी संगठन की संचालिका घोषित कर चुकी प्रभा मिंज दावा करती रही है कि वह गरीब लड़कियों के कल्याण के लिए कार्य करती है। उन्हें दिल्ली में रोजगार उपलब्ध कराती है।
प्रभा मिंज पर एक नजर
-प्रभा मिंज मुनि व उसके पति रोहित कुमार मुनी पर सिमडेगा के एएचटीयू थाने में प्राथमिकी दर्ज है।
-ये वेस्ट दिल्ली के पंजाबी बाग थाना क्षेत्र स्थित वेस्ट पंजाबी बाग के 48/72 में रहते हैं।
-प्रभा मिंज मुनी ऑल इंडिया क्रिस्टियन माइनॉरिटी फ्रंट की उपाध्यक्ष है। उसके साथ रोहित मुनि मिलकर संपूर्ण घरेलू कामगार सर्वेक्षण एवं उत्थान समिति तथा सर्वोदय आदिवासी जन कल्याण संस्था का संचालन किया जाता है।
नौकरी के बहाने 16 नाबालिग लड़कियों को ले गई थी दिल्ली
झारखंड की 16 नाबालिग लड़कियों को मानव तस्करों के चंगुल से छुड़ाकर दिल्ली और हरियाणा से रांची लाया गया है। मंगलवार को दूसरे राज्य से अपने घर पहुंचने के बाद लड़कियों ने राहत की सांस ली। नाबालिगों ने जो खुलासे किए हैं वह रोंगटे खड़े करने वाले हैं। लड़कियों ने बताया कि उन्हें नौकरी, पढ़ाई व घुमाने का लालच देकर दिल्ली ले जाया गया था। जहां मानव तस्कर प्रभा मुनि का पति रोहित मुनि उन्हें लगातार हवस का शिकार बनाता था। हर रोज दुष्कर्म किया जाता था। विरोध करने पर बर्बरता पूर्वक पीटा जाता था। कई लड़कियां आपबीती सुनाते हुए रोने लगीं। मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त नाबालिग लड़कियां गुमला, साहेबगंज, सिमडेगा, पाकुड़, गिरिडीह, लोहरदगा, गोड्डा समेत अन्य जगहों की हैं। इन्हें संबंधित जिला के प्रभारियों के हवाले कर दिया गया है। इनमें से तीन को फिलहाल प्रेमाश्रय में रखा गया है।