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Jharkhand: बारिश में गिरा गरीब का आशियाना, मलबे में दबकर दम तोड़ दी बेटी करुणा

Jharkhand पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण गरीबों का घर धंसने के मामले सामने आ रहे हैं। रविवार की अर्द्ध रात्रि जयनगर प्रखंड के ग्राम घंघरी में उदय सिंह की 17 वर्षीया पुत्री करुणा की दब कर दर्दनाक मौत हो गई।

By Kanchan SinghEdited By: Published: Mon, 04 Oct 2021 08:50 AM (IST)Updated: Mon, 04 Oct 2021 08:50 AM (IST)
Jharkhand: बारिश में गिरा गरीब का आशियाना, मलबे में दबकर दम तोड़ दी बेटी करुणा
बारिश के कारण कच्चा मकान गिरने से किशोरी की मौत हो गई।

जयनगर (कोडरमा),जासं। पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण गरीबों का आशियाना धंसने के एक के बाद एक मामले सामने आ रहे हैं। रविवार की रात्रि लगभग 12:30 बजे भी जयनगर प्रखंड के ग्राम घंघरी में घटी ऐसी ही एक घटना में उदय सिंह की 17 वर्षीया पुत्री करुणा की दब कर दर्दनाक मौत हो गई। बताया जाता है कि घंघरी निवासी उदय सिंह अपने मिट्टी के मकान में पूरे परिवार के साथ सोए हुए थे। इसी दौरान कई दिनों की बारिश में मिट्टी का मकान गीला होने के कारण अचानक ध्वस्त हो गया।

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घटना में करुणा कुमारी के अलावा उदय सिंह, उनकी पत्नी रुक्मणि देवी (38), अंगद सिंह (15), रिद्धि कुमारी (13), सिद्धि कुमारी (11) तथा मेघनाथ सिंह (9) गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के दर्जनों ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे और आनन-फानन में दबे लोगों को मलबे से निकाला। घटना में करुणा की मौके पर ही मौत हो गई थी। ग्रामीण घायल अन्य लोगों को इलाज के लिए अस्पताल ले गए, जहां सभी का इलाज किया जा रहा है।

घायलों में सभी की स्थिति खतरे से बाहर है। इधर, घटना से मृतका करुणा कुमारी के पिता उदय सिंह तथा माता रुक्मणि देवी का रो रोकर बुरा हाल है। स्थानीय लोगों के अनुसार उदय सिंह की आर्थिक स्थिति काफी खराब है। वे प्रतिदिन मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। बारिश ने उनके आशियाने के साथ-साथ बेटी भी छीन ली। अब इस परिवार पास सिर छिपाने का कोई जगह नहीं बचा है। स्थानीय नेता विजय पासवान ने जिला प्रशासन से पीड़ित परिवार को मुआवजा राशि देने के साथ-साथ पीएम आवास देने की मांग की है, ताकि यह गरीब परिवार अपना सर छिपा सके।

वहीं स्थानीय समाजसेवी चंदन मोदी ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि सरकारी मुलाजिमों द्वारा आवास के लिए लाभुकों के चयन में भेदभाव का ही यह परिणाम है। जो लोग सक्षम हैं, उन्हें आवास योजना का लाभ मिला, लेकिन कमजोर और जरूरतमंदों की उपेक्षा की गई। उन्होंने करियावां पंचायत में दिए गए पीएम आवास की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग मांग की है। इधर घटना की सूचना मिलते ही केटीपीएस पिकेट की पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली। उल्लेखनीय होगा कि पिछले चार दिनों की बारिश में जिले के ग्रामीण इलाकों में दर्जनों कच्चे मकान धंसने के मामले अब तक सामने आये हैं।


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