बेहतर कल की उम्मीद के साथ जल उठे आशा के दीये
जागरण संवाददाता राची रात के ठीक नौ बजे। घरों में कमरे की लाइटें बुझ गई। बाहर चारो
जागरण संवाददाता राची : रात के ठीक नौ बजे। घरों में कमरे की लाइटें बुझ गई। बाहर चारों ओर दीये, मोमबत्ती, मोबाइल, टार्च की रोशनी जगमग करने लगा। लोग दरवाजे, बालकोनी, देहरी के पास दीये लेकर पहुंच गए। बच्चे, युवा, बुजुर्ग सभी में गजब का उत्साह दिख रहा था। रह-रह कर पटाखे की भी आवाज आ रही थी। लोग कोरोना के खिलाफ जंग में उतरे योद्धाओं का आभार जता रहे थे। आशंका और निराशा के बीच उम्मीद के दीये जल रहे थे। सभी का बस एक संकल्प, कोरोना को हराना है। आशा के दीप जल उठा, बेहतर कल की उम्मीद को लेकर।
==========
कोकर से लाइव:::
रिपोर्टर :: मधुरेश नारायण
स्थान:: कोकर
समय :: 9 बजे
कोकर के ज्यादातर घरों की बिजली प्रधानमंत्री के आवाहन पर बंद है। घरों की छत और बॉलकनी में दीया और मोबाइल-टार्च की लाइट लोग जलाकर खड़े हैं। कुछ लोग अपने घर की खिड़की के पास खड़े होकर मोमबत्ती जला रहे हैं। कुछ उत्साही युवा अपने घर की छत पर खड़े होकर मोबाइल की फ्लैस लाइट जला रहे हैं। पूरे नौ मिनट तक लोगों के घर की लाइट बुझी रही। कुछ उत्साही लोग अपने घर की छत पर पटाखा भी फोड़ रहे हैं। चारों तरफ से कोरोना भागो और भारत माता जय के साथ शंख की आवाज आ रही है।
===========
हरमू से लाइव:::
रिपोर्टर :: प्रणय कुमार सिंह
स्थान:: हरमू
समय :: 9 बजे नौ बजने में अभी तीन-चार मिनट बांकी है। लेकिन हरमू इलाके में घरों से रोशनी आनी बंद हो गई। लोगों ने घर की लाइटें बुझानी शुरू कर दी। ठीक नौ बजते ही दीये, मोमबत्ती, टार्च व मोबाइल की लाइट से चारों ओर जगमग होने लगा। पीएम नरेंद्र मोदी की अपील पर लोगों ने घरों के दरवाजे, खिड़किया, बालकनी में पहुंचकर पूरे उत्साह के साथ दीए जलाए। युवाओं के हाथ में मोबाइल की लैश लाइट, माता और बहनों की हाथों में दीये तो बच्चों के हाथ में मोमबत्ती थे। सभी प्रकाश की महाशक्ति का जागरण कर रहे हैं ताकि लॉकडाउन के दौरान घर में मौजूद लोग खुद को अकेला महसूस ना करें।
-------------
अरगोड़ा से संजय झा:: लाइव
रिपोर्टर :: संजय झा
स्थान :: अरगोड़ा
समय :: 9 बजे
अरगोड़ा इलाके में लोगों ने 9 बजने से पहले ही अपने घरों की बत्ती बंद कर रखी है। कोरोनावायरस के के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर लोगों ने घरों के दरवाजे, खिड़किया, बालकनी तथा छज्जियों पर मोमबत्ती तथा दिये जला रखे हैं। लोगों में उत्साह का माहौल बना हुआ है। कई अपार्टमेंट में लोगों ने मोमबत्ती जला रखी हैं। युवा फोन की फ्लैश लाइट जला कर प्रकाश की महाशक्ति का जागरण कर रहे हैं ताकि लॉकडाउन के दौरान घर में मौजूद लोग खुद को अकेला महसूस ना करें। इस दौरान युवाओं का उत्साह देखते ही बन रहा है वहीं महिलाओं की भी खुशी देखते ही बन रही है।
-------------
रिपोर्टर :: शक्ति सिंह
स्थान :: एचईसी सेक्टर दो
समय :: 9 बजे
एचईसी का सेक्टर 2 इलाका। बारी बारी सभी घरों की बत्तिया बंद हो गई। हाथों में दीये, मोमबत्ती और मोबाइल की लाइट के साथ कोरोना वायरस संक्रमण के विरुद्ध एकजुट होकर लोग अपने घरों के चौखट और मुख्य द्वार के नजदीक खड़े हो गए। लोग इसे बिल्कुल दिवाली का शक्ल दे दिया। पटाखों से पूरा एचईसी इलाका गूंज उठा जैसे मानो दीवाली का त्योहार ही हो। सभी गो करोना गो कोरोना की गूंज चारो तरफ गूंजने लगी। इस रोशनी के प्रतीक के साथ लोगों ने कोरोना के विरुद्ध जंग छेड़ दी। कई लोग घरों की खिड़कियों के बाहर मोबाइल का टॉर्च ऑन कर हाथ हिलाते हुए दिखे। कई तो शखनाद के साथ कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए एकता का मिसाल किया।
------------
रिपोर्टर : नीलमणि चौधरी
स्थान : मोरहाबादी
समय : 9 बजे
घड़ी मे जैसे ही रात के नौ बजे मोरहाबादी इलाके के घरों में जल रहे इलेक्ट्रिक बल्ब एक-एक कर बुझने लगे। अपार्टमेंट के लोग अपने अपने फ्लैट की बालकनी मे खडे़ होकर कोई दिया तो कोई मोमबत्ती जला कर पीएम मोदी के आह्वान से खुद को जोड़ लिया। घुप अंधेरे मे दीये की टिमटिमाती रोशनी दीपावली सा अहसास करा रहा था। बड़े दीये, मोमबत्ती तो बच्चे हाथों मे टॉर्च लिए बुर्जुगों का साथ दे रहे थे। कोरोना से इस जंग में बड़े बड़े बिल्डिंग मे रहने वाले ही नहीं मजदूर का आगन भी दीये की टिमटिमाहट से दीप्त हो रहा था। ऐसा उत्साह मानो नौ मिनट में कोरोना रूपी अंधकार पर पूर्णत: विजय पा लेनी है। इस दौरान गो कोरोना गो के भी जमकर नारे लगे। आतिशबाजी भी हुई। राशन, दूध सब्जी आदि की दुकान के दुकानदार भी नौ मिनट दुकानदारी छोड़ अभियान मे शामिल हुए।
----------
रिपोर्टर : फहीम
स्थान : अपर बाजार
समय : 9 बजे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर कोरोना जैसे महामारी पर राची के अपर बाजार और आसपास के इलाके में एकता की मिसाल पेश की गई। हर गली मोहल्ला दीप से जगमगा उठा। हर घर, हर गलियों में दीप जलाए गए। कई लोगों ने टॉर्च जलाया तो कहीं अपने घरों की बत्ती बुझा कर मोबाइल के फ्लैशलाइट से ही प्रकाश दिखाया। इतना ही नहीं पूरे इलाके में दीप जलाने का आह्वान पर दिवाली सा नजारा दिखा। लोगों ने आतिशबाजी भी की। इस दौरान बड़ी संख्या में हर गली मोहल्लों में पुलिस बल भी तैनात किए गए थे।
--------
रिपोर्टर : राजेश पाठक
स्थान : अशोक नगर
समय : 9 बजे
नजारा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर रविवार को रात नौ बजते ही अशोक नगर कॉलोनी में अंधेरा छा गया। हालाकि अंधेरा छाते ही सभी घरों के बाहर एक-एक कर दिए जल उठे। सभी लोग मन ही मन ईश्वर से प्रार्थना कर रहे थे कि इस अंधकार में जल दिए की रोशनी से कोरोना वायरस का खात्मा हो जाए। लोगों के मन में बार-बार एक ही प्रश्न उठ रहे थे कि एक-एक दिए की लौ से कोरोना वायरस पर क्या प्रभाव पड़ेगा। क्या वास्तव में कोरोना का संकट इस देश से हमेशा के लिए समाप्त हो जाएगा। जहा एक ओर कई देश इस बीमारी से जूझ रहे हैं, वैक्सीन और दवाओं के लिए रिसर्च किए जा रहे हैं। वहीं अपने देश में कोरोना वायरस के अंत के लिए घर-घर में दीप जलाए जा रहे हैं। दीवाली के त्योहार में भी घर-घर दिए जलाए जाते हैं।
---
रिपोर्टर : अमन मिश्रा
स्थान : टाटीसिलवे
समय : 9 बजे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर पूरे टाटीसिलवे क्षेत्र में बत्ती बुझनी शुरू हो गई। 9 बजते ही पूरे आसपास के इलाके में अंधेरा छा गया। लोगों के घरों मंदिरों पंचायत सचिवालयों तक में दीए जलने शुरू हो गए। बत्ती बुझते ही सभी अपने-अपने घरों से बाहर निकल कर हाथ में दीपक पकड़ कर खड़े हो गए। कई अपने अपने छात्रों पर मोबाइल का फ्लैश लाइट जलाएं खड़े थे। सभी ईश्वर से प्रार्थना कर रहे थे कि किसी भी तरह कोरोना जैसी महामारी से छुटकारा मिल जाए। मिनट भर में ही पूरे इलाके में दिवाली सन नजारा हो गया। बच्चों के साथ बड़ों ने भी दिवाली के बच्चे पटाखे तक निकालकर आतिशबाजी शुरू कर दी। कहीं से मोबाइल के फ्लैश के साथ थाली भी पीटने की आवाज सुनाई पड़ रही थी। तो कहीं सिर्फ पटाखे ही गूंज रहे थे। इसी बीच पुलिस की पेट्रोलिंग गाड़ी भी लगातार नजर बनाए रखी थी। 9 मिनट के बाद अचानक से घरों की बत्ती जलती गई और लोग अपने घरों में चाले गए।
============ कडरू से लाइव:::
रिपोर्टर :: विक्रम गिरि
स्थान:: कडरू
समय :: 9 बजे रात के आठ बजते ही लोगों का अपने छतों, बालकनी व घर के दरवाजों पर आने का सिलसिला शुरू हो गया। कडरू की सीता देवी, सीमा देवी व उनका परिवार व इनकी तरह सैंकड़ों परिवार के लोग कैंडल, दीया आदि लेकर बाहर दिखे। कोई छत पर खड़ा है, तो कई बालकनी और घर के दरवाजे के बाहर निर्धारित समय के इंतजार कर रहे हैं। अभी नौ बजने में कुछ ही मिनट शेष हैं कि लोगों ने अपने घर के बाहर की लाइटों को बुझाना शुरु कर दिया है। अब एक मिनट शेष है और लगभग सभी लाइटें बुझा दी गईं हैं। कुछ सेकेंड का इंतजार खत्म होते ही पूरा इलाका टॉर्च, कैंडल, मोबाइल फ्लैश लाइट, व दीए की रौशनी से जगमग हो उठा।