हेमंत सोरेन के भाई बसंत की बढ़ी मुश्किल... आवंटित खदान मामले पर भी एजी की नकेल, जांच करने का लिया निर्णय
Jharkhand Mining Scam Case झारखंड के महालेखाकार कार्यालय (एजी) ने अब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के भाई व दुमका विधायक बसंत सोरेन को आवंटित पत्थर खदान एवं ग्रैंड माइनिंग की जांच करने का निर्णय लिया है। इससे पहले एजी ने हेमंत सोरेन से जुड़ी फाइलें भी मंगा चुकी है।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Mining Scam Case झारखंड के महालेखाकार कार्यालय (एजी) ने अब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के भाई व दुमका विधायक बसंत सोरेन को आवंटित पत्थर खदान एवं ग्रैंड माइनिंग की जांच करने का निर्णय लिया है। इसके पूर्व महालेखाकार ने रांची के अनगड़ा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आवंटित पत्थर खदान से संबंधित फाइलों की जांच अपने स्तर से कर रही है। इस मामले में निर्वाचन आयोग ने भी मुख्यमंत्री को नोटिस किया है और मामला कोर्ट में भी विचाराधीन है।
दोनों भाइयों को गंवानी पड़ सकती है विधायकी
रांची की तरह ही पाकुड़ में मुख्यमंत्री के भाई को खदान आवंटित किया गया था, जबकि मुख्यमंत्री स्वयं खान मंत्रालय देख रहे हैं। इस प्रकार पूरा मामला ऑफिस ऑफ प्रॉफिट का बनता है जिसके साबित होने पर दोनों भाइयों को विधायकी भी गंवानी पड़ सकती है। मामले में भाजपा के विधायकों ने राज्यपाल से जाकर शिकायत भी की थी। इसके बाद राज्यपाल ने पूरी रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को भी सौंपी थी।
हेमंत सरकार के सामने आ सकता है संकट
रांची में मुख्यमंत्री को पत्थर खनन से संबंधित पट्टा दिए जाने के मामले में सीएम ने इसे सरेंडर कर दिए जाने की जानकारी कोर्ट को दे दी है। लेकिन महालेखाकार कार्यालय आवंटन प्रक्रिया और इसमें नियमों की अनदेखी की भी जांच करेगा और माना जा रहा है कि जल्द ही रिपोर्ट तैयार कर लेगा। महालेखाकार कार्यालय की रिपोर्ट आने के बाद हेमंत सरकार के सामने एक और संकट आ सकता है। इसके पूर्व मुख्यमंत्री की पत्नी के नाम पर उद्योग विभाग द्वारा भूखंड आवंटित किए जाने से संबंधित मामले की शिकायत भी भाजपा राजपाल से कर चुकी है।