एचईसी प्रेशराइज्ड हेवी वाटर का करेगा निर्माण
यूक्लियर पावर प्लाट के लिए दोनों कंपनी प्रेशराइज्ड हेवी वाटर रिएक्टर का निर्माण करेगा।
जागरण संवाददाता, रांची : हैवी इंजीनिय¨रग कॉरपोरेशन (एचईसी) प्रेशराइज्ड हेवी वाटर रिएक्टर का निर्माण करेगा। इसके लिए रूस की कंपनी सहयोग करेगी। 700 मेगावाट क्षमता वाले न्यूक्लियर पावर प्लाट के लिए दोनों कंपनी प्रेशराइज्ड हेवी वाटर रिएक्टर का निर्माण करेंगे। इसके लिए रूस की कंपनी प्लांटों का ऑडिट कर रही है। सभी प्लांटों का जायजा लेने के बाद एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जिसमें यह देखा जाएगा कि रिएक्टर के तैयार होने के बाद निर्माण के लिए किन किन संसाधनों की जरूरत पड़ेगी।
प्लाटों में यदि बदलाव की जरूरत हुई तो इसकी भी जानकारी जाएगी। रिपोर्ट के आधार पर एचईसी बदलाव भी करेगा। इस बदलाव के बाद प्रेशराइ'ड हेवी वाटर रिएक्टर का निर्माण शुरु किया जाएगा। ज्ञात हो प्रेशराइज्ड हेवी वाटर रिएक्टर का निर्माण करेगा। इसके लिए रूस की कंपनी सहयोग करेगी। 700 मेगावाट क्षमता वाले न्यूक्लियर पावर प्लाट के लिए दोनों कंपनी प्रेशराइज्ड हेवी वाटर रिएक्टर का निर्माण करेंगे। इसके लिए रूस की कंपनी प्लांटों का ऑडिट कर रही है। सभी प्लांटों का जायजा लेने के बाद एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
एचईसी को देगी तकनीक देगी रूसी कंपनी :
एचईसी को प्रेशराइ'ड हेवी वाटर रिएक्टर के निर्माण के लिए इनलेट, स्टीम जेनरेटर, कैलंड्रिया इंड शील्ड और आउटलेट हेडर जैसे प्रमुख उपकरण की तकनीक रूसी कंपनी देगी। अभी भारत परमाणु ऊर्जा से छह हजार 780 मेगावाट की बिजली पैदा करता है। दोनों देश मिल कर देश में प्रेशराइ'ड हेवी वाटर रिएक्टर के 10 परमाणु संयंत्र लगाए जाएंगे, जिसके माध्यम से बिजली पैदा करने की कुल क्षमता सात हजार मेगावाट हो जाएगी। एचईसी के लिए बड़ी उपलब्धि होगी। इसे लेकर कंपनी भी जोर-शोर से लगी हुई है।