झारखंड : गुमला में शादी समारोह में दो जनजातीय युवतियों से सामूहिक दुष्कर्म, 12 दरिंदों ने रातभर जानवरों की तरह नोंचा
सामूहिक दुष्कर्म की शिकार दोनों युवतियों ने पुलिस को बताया कि दुष्कर्म करने वालों की संख्या करीब एक दर्जन थी। तीन अप्रैल को एक शादी समारोह के दौरान दोनों से सामूहिक दुष्कर्म हुआ।
गुमला, जेएनएन। गुमला थान क्षेत्र में दो जनजातीय युवतियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना सामने आई है। मामले में शुक्रवार को गुमला थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। प्राथमिकी के अनुसार सामूहिक दुष्कर्म की घटना तीन अप्रैल की शाम की है। दोनों युवतियों ने पुलिस को बताया कि वे डरी हुई थीं, इसलिए वे थाने नहीं आई थीं। सामूहिक दुष्कर्म की शिकार दोनों युवतियों ने पुलिस को बताया कि दुष्कर्म करने वालों की संख्या करीब एक दर्जन थी।
बताया कि तीन अप्रैल को एक शादी समारोह था। उस समारोह में भाग लेने के लिए डीबडीह डांडटोली गांव के डबलू आया था। वह अपने साथ सुभाष उरांव एवं बरसाई उरांव को लेकर आया था। शाम सात बजे गांव के स्कूल के समीप उससे दोनों लड़कियां बातचीत कर रही थीं। इसके बाद तीनों शादी समारोह में भाग लेने चले गए। जब दोनों पीडि़ता अपने घर लौटने लगीं तो संदीप उरांव, राजेश उरांव पहुंचा। संदीप ने एक युवती का और राजेश ने दूसरी का हाथ पकड़ लिया। वे लोग पूछने लगे कि जिससे बात कर रही थी, वे लोग कहां के थे। लड़कियों ने उन्हें पूरी जानकारी दे दी।
उसके बाद उन लोगों ने गांव के और युवकों को बुलाया। जमा हुए युवकों की संख्या करीब 12 थी। आम के बगीचे में उन दोनों को पकड़कर ले गए। एक लड़की से दिलेश्वर उरांव, सुकरा उरांव, संदीप उरांव, रत्न उरांव, अनिल उरांव और दो अज्ञात ने दुष्कर्म किया। जबकि, दूसरी के साथ संदीप उरांव, महादेव उरांव, अनिल उरांव, सुकरा उरांव, रतन उरांव, खोईराम उरांव, अनिल उरांव ने दुष्कर्म किया।
घटना को अंजाम देने के बाद दोनों युवतियों को रात के साढ़े ग्यारह बजे छोड़ते हुए धमकी दी कि गांव में घुसने नहीं देंगे। दोनों पीडि़ता ने गांव में बन रहे घर में रात गुजारी। नौ अप्रैल को उसके रिश्तेदार दिलेश्वर के घर जाकर उसकी पत्नी को घटना की जानकारी दी। राजेश, रतन और संदीप ने धमकी दी कि गांव में रहना है तो रहो, नहीं तो गांव के बाहर चली जाओ।