लाह को कृषि का दर्जा, उत्पाद को मिले बाजार : राज्यपाल
रांची, राज्य ब्यूरो। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने झारखंड में लाह को कृषि का दर्जा देने व लाह उत्पादों के बाजार को विकसित करने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य के किसानों की आय दोगुना करने में लाह की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है।
रांची, राज्य ब्यूरो। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने झारखंड में लाह को कृषि का दर्जा देने व लाह उत्पादों के बाजार को विकसित करने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य के किसानों की आय दोगुना करने में लाह की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है। राज्यपाल ने आइसीएआर रीजनल कमेटी की बैठक को संबोधित करते हुए यह बातें कहीं।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि पूरे देश का 60 फीसद लाह का उत्पादन झारखंड में होता है। यह देश भर में सर्वाधिक है। उन्होंने कहा कि राज्य में यह लोगों की जीविका का एक बड़ा साधन है। झारखंड में लाह और तसर से जुड़े संस्थानों ने अच्छे उत्पाद इससे बनाए हैं, जिससे इस क्षेत्र में संभावनाएं और बढ़ गई हैं। उन्होंने कहा कि झारखंड में अच्छी वर्षा होने के बावजूद यहां खेती का रकबा तथा उत्पादन काफी कम है। कृषि वैज्ञानिकों को इस दिशा में काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि झारखंड के जनजातीय समुदाय में तकनीक को एडॉप्ट करने का प्रयास भी काफी कम होता है। उन्हें नई तकनीक के इस्तेमाल करने लायक बनाने की दिशा में भी काम करना होगा। उन्होंने किसानों की आय दोगुनी करने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा तथा झारखंड में स्मॉल एंड काटेज इंटरप्राइजेज बोर्ड के गठन की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसका लाभ निश्चित रूप से किसानों को मिलेगा।
बैठक में केंद्रीय लाह अनुसंधान संस्थान तथा केंद्रीय तसर रिसर्च इंस्टीट्यूट के अलावा कई राज्यों के वैज्ञानिकों ने भाग लिया। इस अवसर पर राज्यपाल ने पुस्तिका लीचिमा का विमोचन किया।