किसानों की फसल बीमा का प्रीमियम भरेगी सरकार : रघुवर
संभावित सूखे से निपटने की तैयारी शुरू की सरकार ने
-अन्नदाता को राहत-
संभावित सूखे से निपटने की तैयारी शुरू की सरकार ने
-वैकल्पिक खेती को प्रोत्साहन, अनुदान पर वितरित होगा दलहन-तिलहन का बीज
-हर रोज सरकार इकट्ठा करेगी बारिश और धनरोपनी का आंकड़ा
-एक अगस्त को मुख्यमंत्री ने बुलाई उच्चस्तरीय बैठक राज्य ब्यूरो, रांची
झारखंड के किसानों के फसल बीमा के प्रीमियम का भुगतान राज्य सरकार करेगी। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों की फसल का बीमा कराया जा रहा है। इसके साथ ही सरकार अनुदान पर किसानों को वैकल्पिक खेती के लिए दलहन और तिलहन का बीज देगी। राज्य में हो रही बारिश और रोपा का प्रतिदिन का आकड़ा कृषि विभाग इकट्ठा करेगी। एक अगस्त को राज्य में बरसात और रोपा के हालात पर मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक होगी। यह निर्देश मुख्यमंत्री रघुवर दास ने राज्य के आला अधिकारियों को दिया है। वे शुक्रवार को राज्य में कम बारिश और कृषि की स्थिति पर समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बारिश की स्थिति को लेकर सरकार चिंतित हैं। स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। राज्य सरकार किसानों के साथ है। राज्य सरकार केंद्र सरकार के साथ लगातार संपर्क में है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों के हिस्से की प्रीमियम की राशि राज्य सरकार वहन करेगी ताकि सुखाड़ की स्थिति में ज्यादा से ज्यादा किसान इससे लाभावित हो सके। उन्हें फसल नष्ट होने पर नुकसान नही सहना पड़े।
---------
सिर्फ छह जिलों में ही सामान्य बारिश :
बैठक में बताया गया कि अभी तक राज्य के छह जिलों में सामान्य बारिश हुई है। बाकी जिलों में बारिश सामान्य से कम हुई है। 31 जुलाई तक स्थिति पर नजर रखी जाएगी। स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो एक अगस्त को बैठक कर आगे का निर्णय लिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि वैकल्पिक खेती के लिए दलहन और तिलहन के बीज का पर्याप्त स्टॉक रखें। जरूरत पड़ी तो अनुदान पर ये बीज किसानों को उपलब्ध कराये जायेंगे। इनमें अरहर, मूंग, कुल्थी, मसूर, उड़द, सोयाबीन, मुंगफली आदि के बीज का स्टॉक किया जायेगा।
-------
मंत्री-अधिकारी रहे मौजूद
बैठक में कृषि मंत्री रणधीर सिंह, मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी, विकास आयुक्त डीके तिवारी, वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ सुनील कुमार वर्णवाल, कृषि सचिव पूजा सिंघल उपस्थित थे।