याद किया गया यीशु का क्रूस बलिदान
रांची चालीसा का पुण्य बृहस्पतिवार पुरुलिया रोड स्थित लोयला मैदान में विधि-विधान के साथ मनाया गया।
रांची : चालीसा का पुण्य बृहस्पतिवार पुरुलिया रोड स्थित लोयला मैदान में विधि-विधान के साथ मनाया गया। आर्च बिशप फेलिक्स टोप्पो ने मैदान के मंच पर 12 चेलों के पैर धोए। आज ही के दिन प्रभु यीशु ने भी अपने 12 शिष्यों के पैर धोकर विश्व के लोगों को सेवा का संदेश दिया था। मौके पर ईश्वर की स्तुति में आराधना की गई। मैदान में हजारों की संख्या में मसीही समुदाय के लोग उपस्थित थे। आर्च बिशप ने सभी को आशीर्वाद दिया, मौके पर ईश्वर भक्ति के कई गीत गाए गए। मुख्य अनुष्ठाता ने लोगों को यीशु के संदेशों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि उस समाज में जब केवल दास ही अपने स्वामी के पैर धोते थे, तब प्रभु ने खुद अपने चेलों के पैर धोकर हमें सेवा का पाठ पढ़ाया। उन्होंने लोगों से प्रेम करने का संदेश दिया और कहा कि लोगों की सेवा कर हम यीशु के दिखाए मार्ग पर चल सकते हैं। पवित्र यूखरिस्त स्थापना अनुष्ठान में आर्च बिशप फेलिक्स टोप्पो के साथ फादर थियोडोर टोप्पो, फादर सेबेस्टियन तिर्की, फादर जॉन व अन्य पुरोहित शामिल हुए। 12 शिष्यों के पैर धोए गए : आर्च बिशप ने कमल कुजूर, साईमन बाड़ा, फिलिप तिग्गा, सूधीर पूर्ती, सामवेल नंदी , डॉ. विजय बाड़ा, राजन कच्छप, अलोईस कोंगाड़ी, प्रीमुस तिर्की, नोरवर्ट एक्का, याकूब और अमलईखा खलखो के पैर धोए। क्षमाशीलता का पर्व है गुड फ्राइडे
बिशप जॉनसन लकड़ा, जीईएल चर्च, रांची ने कहा कि दुनिया भर के लोगों के लिए ईसा मसीह का क्रूस बलिदान का दिन विशेष महत्व रखता है। इसे हम गु़ड फ्राइडे के रूप में याद करते हैं। ईसा मसीह ने क्रूस बलिदान के पहले बहुत दु:ख उठाया। उन्होने कहा ईश्वर मेरी नहीं, तेरी इच्छा पूरी हो। ईसा मसीह ने रोगियों की सेवा की, अंधों को दृष्टिदान दिया और सभी को सेवा का संदेश दिया। जब उन्हें सूली पर चढ़ाया जा रहा था, तब भी उन्होने कहा कि हे पिता इन्हें क्षमा करना, ये नहीं जानते कि ये क्या कर रहे हैं। यीशु ने संदेश दिया कि जो तुम्हारे बैरी हैं, उनसे प्रेम करो। जो तुम्हें सताते हैं, उनके लिए प्रार्थना करो। ईसा मसीह का क्रूस बलिदान, प्रेम, भाईचारे का संदेश देता है। गुड फ्राइडे क्षमाशीलता का पर्व है, सभी को इस दिवस विशेष की शुभकामनाएं।