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कस्तूरबा विद्यालय की बच्चियां पढ़ेंगी पीएम की किताब 'एग्जाम वॉरियर्स'

रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड के कस्तूरबा विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चियां अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिखित किताब 'एग्जाम वॉरियर्स' पढ़ेंगी। गौरतलब है कि राज्य में स्थित इन स्कूलों में पढ़ने वाली बच्चियों के मन से आने वाले दिनो में स्कूलों में होने वाली परीक्षा का तनाव हटाने तथा उन्हें परीक्षा के दौरान अच्छा प्रदर्शन करने के गुर बताने वाली इस किताब की राज्य भर में 1000 प्रतियां बांटे जाने की तैयारी है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 14 Feb 2019 03:30 PM (IST)Updated: Thu, 14 Feb 2019 03:30 PM (IST)
कस्तूरबा विद्यालय की बच्चियां पढ़ेंगी पीएम की किताब 'एग्जाम वॉरियर्स'
कस्तूरबा विद्यालय की बच्चियां पढ़ेंगी पीएम की किताब 'एग्जाम वॉरियर्स'

रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड के कस्तूरबा विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चियां अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिखित किताब 'एग्जाम वॉरियर्स' पढ़ेंगी। गौरतलब है कि राज्य में स्थित इन स्कूलों में पढ़ने वाली बच्चियों के मन से आने वाले दिनो में स्कूलों में होने वाली परीक्षा का तनाव हटाने तथा उन्हें परीक्षा के दौरान अच्छा प्रदर्शन करने के गुर बताने वाली इस किताब की राज्य भर में 1000 प्रतियां बांटे जाने की तैयारी है।

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जानकारी के अनुसार एक्शन अगेंस्ट ट्रैफिकिंग एंड सेक्सुअल एक्सप्लायटेशन (एटसेक), भारतीय किसान संघ और एनएसीजी के संयुक्त तत्वावधान में आगामी शनिवार को प्रस्तावित स्वाभिमान बेटियां कार्यक्रम में यह पुस्तकें बांटी जाएंगी। इस दौरान राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बच्चों के अधिकारों से जुड़ी योजनाओं की जानकारियां और उनके क्रियान्वयन पर व्याख्यान देंगे।

गौरतलब है कि इस कार्यक्रम के दौरान ही बीकेएस इंफो लेडी नामक योजना की भी शुरुआत होगी। प्रथम चरण में यह योजना रांची और कोडरमा जिलों के 10-10 गांवों में संचालित की जाएगी। इसके तहत स्मार्ट फोन से लैस इन क्षेत्रों की स्थानीय महिलाओं को एक साइकिल दी जाएगी, इस साइकिल के माध्यम से यह महिलाएं अपने क्षेत्रों में घूम-घूमकर मानव तस्करी और बाल विवाह जैसी कुप्रथा से लोगों को बचने की नसीहत देंगी। उनके पास सरकार की समस्त कल्याणकारी योजनाओं का खाका होगा। जरूरत पड़ने पर योजना का लाभ दिलाने के लिए वह स्थानीय लाभुकों का ऑनलाइन निबंधन भी करेंगी। झारखंड में मानव तस्करी की जमीनी हकीकत की पड़ताल के लिए सर्वेक्षण कार्यक्रम की भी इस अवसर पर विधिवत शुरुआत होगी।


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