छात्राओं के गर्भवती होने के मामले में नया मोड़, कस्तूरबा के सभी वार्डेन का इस्तीफा; शिक्षा विभाग में हड़कंप
कस्तूरबा की छात्राओं के गर्भवती होने के मामले सभी वार्डेन ने डीईओ को पत्र देकर कहा कि हमारी नियुक्ति शिक्षिका के पद पर हुई है वार्डन का काम नहीं करेंगे...
गढ़वा, जेएनएन। जिले में संचालित सभी 14 कस्तूरबा आवासीय विद्यालयों की वार्डेन ने शनिवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीइओ) आरपी मंडल को सामूहिक रूप से अपना प्रभार वापस कर दिया। इस बाबत डीइओ को सौंपे गए ज्ञापन में वार्डेन की ओर से कहा गया है कि हाल में दो बच्चियों के छुट्टी के समय अपने घर पर रहने के दौरान गर्भवती होने के बाद हमें आरोपित बनाया जा रहा है। जहां एक मामले में वार्डेन पर सूचना नहीं देने पर तो दूसरे में ससमय वरीय अधिकारियों को सूचना देने के बाद भी पोस्को एक्ट लगा दिया।
मालूम हो कि मझिआंव कस्तूरबा विद्यालय की घटना की सूचना नहीं देने के आरोप में वार्डेन पर पोस्को एक्ट लगाया गया। वहीं कांडी कस्तूरबा की वार्डेन ने जब इस तरह की घटना की सूचना विभाग के वरीय पदाधिकारियों को ससमय दी तो उस पर भी पोक्सो एक्ट लगाते हुए पुलिस जवाब मांग रही है। ऐसे में विद्यालय में बतौर वार्डेन काम करना संभव नहीं है। विभाग की ऐसी असंगत कार्रवाई से हमलोग मानसिक प्रताडऩा झेल रहे हैं। डीईओ से मिलने पहुंचीं सभी वार्डेनों ने एक स्वर में कांडी कस्तूरबा की वार्डेन चंद्रावती कुमारी पर लगाए गए पोक्सो एक्ट को हटाने तथा सभी को सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की।
डीईओ को ज्ञापन सौंपने वाली वार्डेन में अर्चना कुमारी, आशा कुमारी तिग्गा, मीनाक्षी, सहित रमना, चिनियां, भवनाथपुर, मझिआंव, रंका, रमकंडा, धुरकी, श्रीबंशीधर नगर, गढ़वा, मेराल, खरौंधी, भंडरिया, डंडई, कांडी की वार्डेन शामिल हैं।