आधी रात मुरी स्टेशन पर बेपटरी हुआ मालगाड़ी का इंजन, भागे-भागे पहुंचे वरीय अधिकारी Ranchi News
Jharkhand Samachar. घटना के बाद हटिया से रिलीविंग ट्रेन घटनास्थल पर पहुंची। वहीं रेलवे के अधिकारी एवं आरपीएफ घटनास्थल पर उपस्थित हैं।
रांची, जासं। रांची रेल खंड के मुरी स्टेशन के दक्षिण छोर पर 6 नंबर यार्ड पर सेंटिंग कर रही मालगाड़ी का इंजन रेल लाइन से बेपटरी होकर उतर गया। यह घटना गुरुवार रात्रि 2:30 बजे की है। घटना के बाद हटिया से रिलीविंग ट्रेन घटनास्थल पर पहुंची। वहीं रेलवे के अधिकारी एवं आरपीएफ घटनास्थल पर उपस्थित हैं। इंजीनियरिंग एवं कैरेज डिपार्टमेंट के रेलकर्मी के द्वारा इंजन को उठाने का काम किया जा रहा है।
मुरी रेलवे स्टेशन के दक्षिण छह नंबर यार्ड पर सेंटिंग कर रही मालगाड़ी का इंजन पोल संख्या 11/27 के नजदीक रेललाइन से बेपटरी हो गया। यह घटना गुरुवार की रात्रि लगभग ढाई बजे की है। घटना की तुरंत सूचना वरीय अधिकारियों को दी गयी। वहीं, स्टेशन के इंजीनियरिंग एवं कैरेज डिपार्टमेंट के रेलकर्मियों के द्वारा इंजन को उठाने का काम किया जाता रहा। शुक्रवार की सुबह लगभग 6 बजे हटिया से रिलीफ ट्रेन पहुंची। साथ ही मुरी स्टेशन के वरीय अधिकारी भी घटनास्थल पहुंचे।
बाद में लगभग ढाई घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद इंजन को रेललाइन पर लाया जा सका। रेल इंजन के ट्रैक पर आने के बाद रिलीफ ट्रेन हटिया के लिए चली गयी। इधर, इस संबंध में पूछने पर यार्ड के इंचार्ज एईएन वीके मीना ने कहा कि घटना ढाई बजे रात की है, इसलिए बता नहीं सकते हैं कि ट्रेन का इंजन बेपटरी कैसे हुआ। यह जांच के बाद ही पता चलेगा। वहीं, इंजन के रेललाइन पर आने से रात से अपने काम में जुटे रेलकर्मियों ने राहत की सांस ली है।
बंद पैसेंजर ट्रेनों को चलाने के उठने लगी मांग, लंबित परियोजनाएं जल्द पूरी करने का अनुरोध
रांची के सांसद संजय सेठ ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से झारखंड में रेलवे से संबंधित ठप पड़ी परियोजनाओं को जल्द से जल्द जल्द शुरू करने की मांग की है। इनको चालू करने में आ रही समस्याओं का समाधान निकालने के लिए पत्र लिखा। सांसद सेठ ने कहा कि डीएफसीसीएलएल परियोजना जो कि सोन नगर से दानकुनी, पश्चिम बंगाल को जोड़ेंगी। इस लाइन से डबल डेकर मालगाड़ियों का परिचालन होना है।
इस परियोजना के अंतर्गत झारखंड के कोडरमा, धनबाद, गिरिडीह, हजारीबाग में चार नए स्टेशन का निर्माण होना है। इस परियोजना के पूर्ण होने से रेल मंत्रालय के साथ-साथ झारखंड सरकार को भी राजस्व का लाभ होगा, परंतु जमीन अधिग्रहण में विलंब होने के कारण इस परियोजना में विलंब हो रही है। बंडामुंडा-रांची, पतरातु- सोन नगर, पिरपैती-जसीडीह, शिवपुर-कठौतिया, जेसीआरएल आदि का काम ठप पड़ा हुआ है। इसका मुख्य कारण जमीन अधिकरण से संबंधित मामले हैं। इन सभी लंबित परियोजनाओं को यथाशीघ्र पूर्ण करने की दिशा में पहल करें।
रांची लोहरदगा ट्रेन का भी परिचालन शुरू किया जाए
सांसद सेठ ने रेलवे बोर्ड के चेयरमैन बीके यादव को पत्र लिखकर रांची लोहरदगा ट्रेन का भी परिचालन शुरू करने की मांग की। सांसद सेठ ने कहा कि तीन माह से कोरोना महामारी के कारण लॉक डाउन की वजह से रांची लोहरदगा पैसेंजर ट्रेन का भी परिचालन बंद कर दिया गया। यह अभी तक बंद है। इस पैसेंजर ट्रेन से हजारों की संख्या में दैनिक मजदूरी करने वाले श्रमिकों का आवागमन होता है। ट्रेन के बंद होने से यात्रियों और दैनिक मजदूरी करने वाले श्रमिकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कोविड 19 के संक्रमण को देखते हुए शारीरिक दूरी और आवश्यक एहतियात के साथ ट्रेन का परिचालन जनहित में आवश्यक है।