वन विभाग ने बालू उठाव करने के आरोप में जब्त किए तीन ट्रैक्टर, ग्रामीणों ने दो घंटे सड़क जाम कर छुड़ाया
वन विभाग के अधिकारी लाई गांव के पास चोपत नदी से वन भूमि से बालू उठाव करने के आरोप में तीन ट्रैक्टरों को जब्त कर लातेहार ले जा रहे थे। इसक् बाद...
लातेहार (जासं)। लातेहार के सरयू प्रखंड में ग्रामीणों ने रविवार को सरयू-कोटाम-गारू मार्ग पर वन विभाग के कब्जे से तीन ट्रैक्टरों को जबरन छुड़ा लिया। मिली जानकारी के मुताबिक वन विभाग के अधिकारी लाई गांव के पास चोपत नदी से वन भूमि से बालू उठाव करने के आरोप में तीन ट्रैक्टरों को जब्त कर लातेहार ले जा रहे थे। इसके बाद वन विभाग की कार्रवाई से आक्रोशित ग्रामीणों में स्थानीय जन प्रतिनिधियों के नेतृत्व में सरयू चौक को जाम कर दिया। उन्होंने वन विभाग की कार्रवाई को अनुचित ठहराया और कहा कि वन विभाग अपने निर्माण कार्यों के लिए बालू उठाव करता है जबकि गरीबों के आवास और शौचालय निर्माण के लिए बालू ले जाने पर कार्रवाई करता है। उन्होंने वन अधिकारियों के दल को भी आगे बढ़ने से रोक दिया।
बाद में वन विभाग के अधिकारियों की सूचना देने पर गारू के बीडीओ प्रवीण केरकेट्टा और थानेदार आलोक दुबे मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से वार्ता कर लगभग दो घंटों के बाद जाम हटवाया। अधिकारियों ने ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया कि छुड़ाई गई गाड़ियों को वन विभाग के कार्यालय में सौंप दें। न्यूनतम जुर्माना लगाकर गाड़ियों को छोड़ दिया जाएगा।
मुखिया ने पूछा कि रेंज के भवन का निर्माण कहां के बालू से किया गया तो किसी ने जवाब नहीं दिया। सरयू के चोरहा पंचायत की मुखिया तारामणि देवी ने कहा कि लातेहार के डीएफओ आए और खाली गाड़ी पकड़ कर ले जाने लगे। मैंने उनसे कहा कि पीएम आवास और शौचालय निर्माण के लिए बालू जा रहा था। जिसे बनाने का प्रेशर है। उन्होंने इस बात को मानने से इन्कार कर दिया। मेरा कहना है कि रेंज के भवन का निर्माण कहां के बालू से किया गया।मुखिया ने कहा कि वन विभाग अपने कार्यों के लिए जंगलों का दोहन करे किन्तु पंचायत में सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए बालू लाने पर खाली ट्रेक्टर को पकड़ कर ले जाए, ये कहां का न्याय है। मुखिया ने कहा कि बालू उठाव का टेंडर करा दिया जाए या फिर सभी के लिए बालू उठाव पर रोक लगाई जाए। मामले के बाबत रेंजर ने कहा कि ट्रैक्टर मालिक भीड़ जमा कर जबरन गाड़ियों छुड़ा ले गए।
वहीं लातेहार के रेंज अफसर संजय कुमार ने कहा कि दौरे पर आए डीएफओ साहब ने देखा कि जंगल के रास्ते से जाकर ट्रैक्टर चोपत नदी से वन भूमि से बालू का उठाव कर रहा है। उन्होंने मना किया और हमें सूचना दी। हमारे द्वारा ट्रैक्टर जब्त कर ले जाने के क्रम में सरयू में ट्रैक्टर मालिक भीड़ इकठ्ठा कर ट्रैक्टर जबरन छीन करके ले गए, सरकारी काम में बाधा पहुंचाई। वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि खाली ट्रैक्टर पकड़े गए थे, रेंजर ने बताया कि ट्रैक्टर में बालू लोड था जिसे हाइड्रोलिक से गिरा दिया गया। रेंजर ने बताया कि यह एक बहुत ही शर्मनाक घटना है। इस मामले में वन अधिनियम की धाराओं मुकदमा करेंगे। साथ ही अन्य क़ानूनी प्रक्रिया भी पूरी की जाएगी।