शिवालयों में पहली सोमवारी पर उमड़ी श्रद्धा, गूंजे बोल बम के नारे; देखें खास तस्वीरें Ranchi News
Jharkhand. रांची में पहली सोमवारी पर आज श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी कतार लगी हुई है। शहर के विभिन्न शिवालयों में भक्त पूजा-अर्चना कर रहे हैं।
रांची, जासं। राजधानी रांची में आज सावन की पहली सोमवारी पर श्रद्धा उमड़ पड़ी है। शहर के विभिन्न शिवालयों में भक्त पूजा-अर्चना कर रहे हैं। इसे लेकर प्रसिद्ध पहाड़ी मंदिर के साथ-साथ सभी शिवालय जलाभिषेक के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। खासकर प्रसिद्ध पहाड़ी मंदिर में जलाभिषेक के लिए इस साल भी विशेष तैयारियां की गई हैं। मंदिर के मुख्य द्वार में भक्तों की सुविधा के लिए लाइव दर्शन की व्यवस्था की गई है। इससे जो भक्त मुख्य द्वार तक पहुंचने में असमर्थ हैं, वे आसानी से बाबा के दर्शन कर सकेंगे।
इधर, रविवार रात 12 बजे ही शिवभक्त स्वर्णरेखा नदी के घाट से स्नान ध्यान कर पहाड़ी बाबा के द्वार पर पहुंचे और बाबा भोले को जल चढ़ाया। स्वर्णरेखा नदी से जल लेकर आ रहे भक्तों का नजारा अलबर्ट एक्का चौक पर देखने लायक था। भक्ति गीतों से शहर गूंज रहा है। बोल-बम बोल बम का नारा गूंज रहा है। दूर-दूर तक गेरूआ वस्त्र पहने लोग ही दिख रहे हैं।
पहाड़ी मंदिर में भक्तों के लिए विशेष व्यवस्था
- हर दिन सुबह चार बजे ही मंदिर का पट्ट खोल दिया जाएगा।
- मंदिर में चढऩे व उतरने के लिए अलग-अलग मार्ग हैं। इससे लोगों को सुविधा होगी।
- अगरबत्तियां जलाने व नारियल फोडऩे के लिए मुख्य मंदिर के दाहिने ओर व्यवस्था की गई है।
- महिलाओं एवं पुरुषों के लिए अलग-अलग व्यवस्था है। सीढिय़ों में स्टील बैरिकेडिंग की गई है।
41 स्थानों पर तैनात हैं सुरक्षा बल व दंडाधिकारी
पहली सोमवारी में रांची पहाड़ी मंदिर और अन्य 41 स्थानों पर विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन की ओर से सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। इन स्थानों पर प्रशासन ने दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी सहित सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की असुविधा न हो। सुरक्षा बलों में महिला सुरक्षाबलों को भी शामिल किया गया है। पहली सोमवारी में श्रद्धालुओं की भीड़ स्वर्णरेखा नदी व अन्य जलस्रोतों से जल लेकर पहाड़ी मंदिर तक जाते हैं।
इसलिए संबंधित मार्गों में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया था। साथ ही पहाड़ी मंदिर परिसर में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, जहां से सीसीटीवी की निगरानी रखी जा रही है। नियंत्रण कक्ष के लिए 20 लाठी बल, एक कंपनी आरएपी, ब्रजवाहन, वाटर कैनन, अश्रुगैस दस्ता, अग्निशमन वाहन की व्यवस्था की गई है। नियंत्रण कक्ष के लिए प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि किसी भी अनहोनी व संदेह की स्थिति में तुरंत वरीय पदाधिकारियों को जानकारी दें व आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करें।