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RIMS में 15 लाख की ठगी के शिकार छात्र पर ही प्राथमिकी, जानिए क्यों

Ranchi. राजधानी रांची के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में छात्र से ठगी का एक मामला सामने आया है। लेकिन इस मामले में छात्र पर ही प्राथमिकी दर्ज कर की गई है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Sat, 01 Jun 2019 01:04 PM (IST)Updated: Sat, 01 Jun 2019 07:20 PM (IST)
RIMS में 15 लाख की ठगी के शिकार छात्र पर ही प्राथमिकी, जानिए क्यों

रांची, राज्य ब्यूरो। राजधानी रांची के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में छात्र से ठगी का एक मामला सामने आया है। लेकिन इस मामले में छात्र पर ही प्राथमिकी दर्ज कर की गई है। त्रिपुरा की राजधानी अगरतला के निवासी छात्र अनुराग चक्रवर्ती से रिम्स के पीजी ईएनटी में दाखिले का झांसा देकर 15 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। इसके बाद रिम्स निदेशक के बयान पर बरियातू थाने में छात्र के खिलाफ ही प्राथमिकी दर्ज की गई।

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दरअसल छात्र अनुराग चक्रवर्ती पर फर्जी दाखिला पत्र लेकर रिम्स आने का आरोप है। हालांकि, बरियातू पुलिस इस मामले में ठगी के असली आरोपितों की तलाश में जुटी है। अनुराग चक्रवर्ती प्रथम दृष्ट्या निर्दोष लग रहा है, क्योंकि जालसाजों ने उसे ही दाखिले के नाम पर 15 लाख रुपये का चूना लगाया और फर्जी दाखिला प्रमाण पत्र दे दिया। अब बरियातू पुलिस पीडि़त छात्र के बयान के आधार पर जालसाजों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने की तैयारी में है।

गौरतलब है कि अनुराग को पीजी ईएनटी में दाखिला लेना था। वह अप्रैल महीने में रिम्स पहुंचा था, जहां उसे उदय व दीपक नामक दो शख्स मिले। दोनों ने रिम्स में नामांकन की गारंटी ली और उससे 12 लाख रुपये नकदी के अलावा तीन लाख रुपये ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के माध्यम से ले लिए। छात्र को जालसाजों ने कोल इंडिया के कोटे की सीट का झांसा देकर ठगी की थी।

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